मुजफ्फरपुर(बिहार) : बिहार के मुजफ्फरपुर में एक महिला इंजीनियर सरिता देवी को कुर्सी के साथ जिंदा जलाने का दर्दनाक मामला सामने आया है। वह मनरेगा में जेई के पद पर तैनात थी। वह पति से अलग किराए के घर में रहती थी। पुलिस ने मौके से एक जोड़ी चप्पल बरामद की है, जिससे उसकी पहचान की गई।
घटना अहियापुर थाना क्षेत्र के कोल्हुआ बजरंग विहार कॉलोनी के एक निर्माणाधीन मकान की है। मुरौल मे नियुक्त सरिता कुमारी की लाश का अवशेष सोमवार सुबह मिलने से इलाके मे सनसनी फैल गई। पुलिस सूचना देने वाले विजय गुप्ता को हिरासत मे लेकर पूछताछ कर रही है। सरिता उसके मकान मे कमरा लेकर कार्यालय का कार्य करती थी।
खबर के मुताबिक पास में ही उसका तीन मंजिला मकान है। इसमें वह अपने छोटे बेटे के साथ रहती थी। इस मकान मे ताला लगा मिला। प्रारंभिक जांच मे जला अवशेष सरिता के ही होने की बात कही जा रही है। एसएसपी विवेक कुमार ने भी यहां का जायजा लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक जेई सरिता कुमारी को जलाने के लिए केरोसिन का इस्तेमाल किया गया। लाश पूरी तरह जल जाए इसके लिए प्लास्टिक की कुर्सियां और अन्य ज्वलनशील सामग्री भी डाली गई। पति के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। प्राथमिकी में मकान मालिक विजय कुमार गुप्ता पर संदेह जताया गया है।
सीतामढ़ी कन्हौली थाना के फुलकाहां की सरिता कुमारी का पति विजय कुमार नायक से अच्छे संबंध नहीं थे। जबकि विजय गुप्ता उसके साथ साए की तरह रहता था। दोनो के बीच चार-पांच वर्षो से मधुर संबंध होने की यहां चर्चा है। विभाग के भी लोग इस ओर इशारा कर रहे।
खबर के मुताबिक दो लड़के की मां सरिता छोटे बेटे आर्या के साथ यहां रहती थी। बेटे के बारे मे कहा जा रहा कि वह रविवार को मामा के यहां बेगूसराय गया था। रविवार रात आठ बजे तक उसकी मां से बात हुई थी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पति व बड़ा बेटा घु्रव समेत घरवाले पहुंच गए। पुलिस उनसे जानकारी इकट्ठा कर रही है। घु्रव दरभंगा मे पॉलीटेक्निक की पढ़ाई कर रहा है।
इससे पहले विजय गुप्ता ने ही पुलिस को घटना की सूचना दी। उसने बताया कि सुबह यहां दरवाजा खोला तो देखा कि वहां पर किरासन तेल बहा हुआ है। पास में ही जला हुआ अवशेष देखा। इसके बाद आसपास के लोगो और पुलिस को इसकी जानकारी दी। घटना की सूचना मिलने के बाद नगर डीएसपी आशीष आनंद, अहियापुर थाने की पुलिस व एफएसएल (फोरेसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम ने बारीकी से इसकी जांच की। जले हुए अवशेष को एसकेएमसीएच भेज दिया गया।
पुलिस ने पूछताछ के लिए विजय गुप्ता को हिरासत मे लिया है। उसका मोबाइल जब्त कर कॉल डिटेल्स निकाला जा रहा। उसके मकान मे ही एक कमरे मे सरिता कार्यालय चलाती थी। उसका यहां प्रतिदिन आना-जाना था। पूछताछ मे पता चला कि विजय गुप्ता मूल रूप से मोतिहारी के चिरैया का रहने वाला है।