पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को कहा कि राज्य में गोवध कानून को कायम रखते हुए सरकार एक ऐसी योजना पर काम कर रही है, जिसके तहत पशुपालकों को दूध न देने वाली गायों के पालन में मदद दी जाएगी।
गोवा विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पर्रिकर ने कहा, मेरी सरकार गोवध के मौजूदा कानून का समर्थन करती है। मैं पशुपालकों के समक्ष दूध न देने वाली गायों के पालन में पेश आ रहीं परेशानियों से भी वाकिफ हूं।
कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह राणे द्वारा पूछे एक सवाल के जवाब में पर्रिकर ने कहा कि आगामी योजना पशुपालकों को दूध न देने वाली गायों के पालन में मददगार होगी।
पर्रिकर ने कहा, सड़क पर घूमने वाले आवारा पशुओं के लिए चलाई जा रही योजना की तर्ज पर ही बूढ़ी हो चुकीं गैर-दुधारू गायों के पालन में मदद के लिए नई योजना लाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, गाय जब दूध देना बंद कर देती है, उसके बाद उसे पालने में आर्थिक दिक्कत पेश आती है। एक बार जब गाय बूढ़ी हो जाती है, पशुपालकों के लिए उन्हें पालना लाभकारी और वहनीय नहीं होता।
राणे ने पूछा था कि बूढ़ी गैर-दुधारू गायें पशुपालकों पर बोझ हो जाती हैं।
राणे ने पूछा था, हम उनके साथ (बूढ़ी गैर-दुधारू गायें) क्या करें? सभी पशुपालकों के सामने यह परेशानी है।
गोवा में 1978 से ही गोवध प्रतिबंधित है।