नई दिल्ली/श्रीनगर : एक तरफ कश्मीर मुद्दे पर संसद में सभी दल मिलकर शांति के प्रयास में लगे हैं. दूसरी तरफ मध्य कश्मीर में बडगाम जिले के मागम इलाके में पत्थर फेंक रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच ताजा संघर्ष में आज तीन लोगों की मौत हो गयी. जबकि पांच घायल हो गये हैं. इसके साथ ही घाटी में जारी अशांति में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 61 हो गयी है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज सुबह मागम इलाके के अरीपठान में सीआरपीएफ के एक वाहन पर युवकों के एक समूह ने पथराव किया. अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में तीन युवकों की मौत हो गयी जबकि पांच अन्य घायल हो गये.
इस बीच, पूरे श्रीनगर जिले और अनंतनाग शहर में कर्फ्यू जारी है. जबकि घाटी के शेष हिस्से में प्रतिबंध जारी हैं. जिसके कारण लगातार 39वें दिन जनजीवन प्रभावित हुआ है. अधिकारी ने बताया कि घाटी के मुख्य बाजार स्थलों में नागरिकों के मारे जाने के विरोध में अलगाववादियों के धरने पर बैठने की योजना को नाकाम करने के लिए कफ्र्यू और प्रतिबंध लगाया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐहतियाती उपाय के रूप में पूरे श्रीनगर जिले और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग शहर में कफ्र्यू जारी है.’ अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान के कारण स्कूल, कॉलेज और निजी कार्यालय बंद रहे और सार्वजनिक परिवहन सड़कों पर नजर नहीं आए. सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति कम रही.
पूरी घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं ठप्प हैं. शनिवार की शाम को ब्रॉडब्रैंड सेवा को बंद कर दिया गया था. जबकि उसी दिन देर रात में मोबाइल टेलीफोन सेवाएं भी निलंबित कर दी गई थीं. आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है.
नौ जुलाई से शुरू हुए संघर्ष में दो पुलिसकर्मियों सहित 61 लोग मारे गए और कई हजार घायल हुए हैं. इस मुद्दे पर पाकिस्तान की ओर से भी लगातार बयानबाजी हो रही है. यहां तक कि पाक ने मारे गए आतंकी को शहीद घोषित कर दिया है. पाक लगातार कोशिश कर के कश्मीर में अशांति के प्रयास कर रहा है.