नई दिल्ली : प्रशंसित फिल्म ‘क्वीन’ के निर्देशक विकास बहल इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि भारत में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध की मांग किसी समस्या का समाधान करेगी. बहल का कहना है कि पड़ोसी देश के कलाकारों को देश छोड़ने पर मजबूर करने के बजाए, इस प्रकार के मुद्दों (आतंकवाद से संघर्ष) पर भावी कार्रवाई के लिए रणनीति बनानी चाहिए.
निर्देशक ने बताया कि मैं सिर्फ इतना जानना चाहता हूं कि अगर हम समस्या का समाधान करने के लिए कदम उठा रहे हैं, तो पाकिस्तानी कलाकारों के देश छोड़ने के बाद अगला कदम कौन सा उठाया जाएगा? फवाद खान (पाकिस्तानी अभिनेता) को भारत से निकालने के बाद हम कौन से वे पांच कदम उठाने जा रहे हैं जिससे समस्या सुलझ जाएगी?”
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने हाल ही में कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी जिले में हुए आतंकवादी हमले के बाद से देश भर में पाकिस्तान विरोधी लहर चल पड़ी है. इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे.
मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों को 23 सितम्बर को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया. पार्टी ने यह भी कहा कि पड़ोसी देश के कलाकारों को लेकर बनी आगामी फिल्मों ‘ए दिल है मुश्किल’ और ‘रईस’ की रिलीज को मंजूरी नहीं दी जाएगी.
करण जौहर की फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ में जहां एक ओर पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान को मुख्य भूमिका में देखा जाएगा, वहीं शाहरुख खान अभिनीत फिल्म ‘रईस’ में पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान भी अहम भूमिका में नजर आएंगी. बहल ने इस पूरे विवाद के पीछे राजनीतिक एजेंडा होने की ओर इशारा किया.