देहरादून : उत्तराखंड में बादल फटने, भूस्खलन और भारी बारिश के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ नेशनल हाइवे बंद हो गया है। पिथौड़ागढ़ और चमोली जिले में 17 लोगों की मौत की खबर आ रही है। राज्य की नदियां उफान पर है। घाट क्षेत्र में बाढ़ की वजह से कई मकान बह गये है।
राज्य में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण अलकनंदा खतरे के निशान से उपर बहर रही है। पिछले 24 घंटों में 54 मिली मीटर से ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है। राज्य की यातायात व्यवस्था ठप्प हो चुकी है। कई जिलों में बाढ़ के संभावित खतरों के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही छिटपुट स्थानों खासतौर पर नैनीताल, उधमसिंह नगर और चंपावत जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
मौसम केंद्र द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में, नैनीताल, उधमसिंहनगर, चंपावत, अल्मोडा, पौडी, हरिद्वार, देहरादून और टिहरी जिलों में कल सुबह से 72 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश तथा अन्य पांच जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मौसम विभाग की इस चेतावनी के मद्देनजर संबंधित जिला प्रशासन को मुस्तैद रहने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं।