नई दिल्ली/इस्लामाबाद : पाकिस्तान द्वारा बुरहान वानी के मौत को शहीद दिवस मनाये जाने की घोषणा के बाद अमेरिका ने चेतावनी दी है. पाक ने कश्मीर में मारे गए हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी को ‘शहीद’ बताया था. साथ ही यह भी कहा था कि कश्मीरियों के खिलाफ भारतीय सेना के ‘अत्याचार’ के विरोध में 19 जुलाई को ‘काला दिन’ मनाएगा.
इसके बाद अमेरिका ने कश्मीर में उकसावे वाले बयानों और हिंसा में कमी लाने का आह्वान किया है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रूडो ने कल अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यह ऐसी स्थिति है जहां इसके सभी पक्षों को उकसावे वाले बयान और हिंसा में कमी लाने और ऐसी स्थिति में वापस जाने की आवश्यकता है जिसमें वे संवाद कर सकें.’
उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर हम इस स्थिति पर बेहद चिंतित हैं. हिंसा पर हम बेहद चिंतित हैं.’ कश्मीर के कोकरनाग में आठ जुलाई को भारतीय सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुरहान के मारे जाने के समर्थन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के 19 जुलाई को ‘काला दिन’ के रूप में मनाए जाने की घोषणा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में ट्रूडो ने ये बातें कहीं.
कोकरनाग में मुठभेड़ में बुरहान की मौत के विरोध में सप्ताह भर चले संघर्षों में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई और 1500 सुरक्षा बलों सहित 3100 लोग घायल हुए हैं. ट्रूडो ने कहा कि अमेरिका क्षेत्र में तनाव बढ़ाने के किसी आह्वान का समर्थन नहीं करेगा.
एक अन्य सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि ‘मैं यह नहीं कहूंगी कि हमलोग तनाव बढ़ाने के किसी भी आह्वान या उकसावे वाले बयान को बढ़ावा देने का समर्थन करेंगे. इस सम्बंध में हम अपनी स्थिति को लेकर बहुत स्पष्ट हैं.’ कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए एक विशेष कैबिनेट बैठक को सम्बोधित करते हुए शरीफ ने इसे ‘आजादी के आंदोलन के बतौर कश्मीरियों का आंदोलन’ करार दिया था.