नई दिल्ली/वाशिंगटन : पाक अधिकृत कश्मीर(पीओके) में घुस कर में आतंकियों के कैंप तहस-नहस करने के भारत के कदम के समर्थन में अमेरिका आ गया है. भारत की सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान को लताड़ा है. अमेरिका ने कहा है कि भारत को अपनी रक्षा का पूरा अधिकार है.
अमेरिका ने भी उरी हमले को सीमा पार का आतंकवाद बताया है. इससे पहले भी कई दफा अमेरिका की ओर से पाक को आतंक पर फटकार मिलती रही है. इससे पहले भारत की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन रूस ने भी किया था.
बतात दें कि उरी हमले के बाद भारत के कमांडो पीओके में घुसे और वहां कई आतंकी कैंप बर्बाद कर दिए. इसमें तीन से चार दर्जन आतंकी मारे गए. इसके बाद सभी सेना के जवान सुरक्षित लौट आए. भारतीय सेना की ओर से इस कार्रवाई की आधिकारिक जानकारी दी गई थी.
अब ताजा स्थिति में इस मुद्दे पर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घिरता नजर आ रहा है. और अमेरिका की ओर से जारी किया गया ताजा बयान तो पाक के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. अब देखना यह होगा कि आखिर पाकिस्तान इस पर क्या प्रतिक्रिया देगा.
भारत शुरू से कहता रहा है कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता है. इसबीच अब पाकिस्तान के बड़े अखबारों ने भी मान लिया है. मीडिया रिपोर्ट से डरी शरीफ सरकार ने डॉन अखबार के एक पत्रकार को तो पाकिस्तान से बाहर जाने पर रोक लगा दी है. इसके बाद द नेशन ने सरकार के खिलाफ संपादकीय में बड़ी बड़ी बातें लिख दी है.
दुनिया में अलग-थलग पड़े पाकिस्तान के खिलाफ अब अंदर भी आवाज उठने लगी है. पाकिस्तान के एक लोकप्रिय अखबार ने बुधवार को सरकार और सेना से पूछा कि आखिर जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैयबा के मुखिया हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करना, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ‘खतरा’ क्यों है?