संयुक्त राष्ट्र/न्यूयॉर्क (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद ने दो सशस्त्र समूहों, दो संस्थाओं और आतंकी संगठन आईएस और अल कायदा से संबंधित चार लोगों पर प्रतिबंध लगाने संबंधी एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधित किए गए दो सशस्त्र समूह अल कायदा से संबंधित जुंद अल अक्सा और आइएस से संबंध रखने वाले जैश खालिद इब्न अल वलीद हैं। ये दोनों समूह इस समय सीरिया में लड़ रहे हैं।
आतंकियों को धन मुहैया कराने संबंधी सीरिया के दो व्यापार समूहों- हनीफा मनी एक्सजेंज ऑफिस और सेलसेलट अल थबाब के बारे में माना जाता है कि इनके आतंकी समूहों से वित्तीय संबंध हैं, इसलिए इनकों प्रतिबंधित सूची में रखा गया है।
मुहम्मद बहरम नाइम अंगजीह टमटोमो, ओर्ना रोचमान, मुराद इराकफीविच मार्गोशविली और मलिक रुस्लानोविच बर्खानोएव को प्रतिबंधित सूत्री में शामिल किया गया है, क्योंकि इनकी आईएस और अल कायदा से जुड़े आतंकी हमलों में भागीदारी थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के अनुसार, इन प्रतिबंधो में परिसंपत्तियों पर रोक लगाना, विश्वभर में आवाजाही पर प्रतिबंध के अलावा हथियारों पर प्रतिबंध शामिल है, जो हथियारों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आपूर्ति या युद्ध संबंधी सामग्रियों को व्यक्तियों और संस्थाओं तक पहुंचने पर रोक लगाता है।
गुरुवार को प्रतिबंधों को जारी करते हुए संयुक्त राष्ट्र में चीन के एम्बेसडर और जुलाई के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष लिउ जीएयी ने कहा, “आतंकवाद सभी मानव जाति का शत्रु है।”
उन्होंने कहा, “आतंकरोधी अभियानों को एक मानकीय होने का पालन करना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र संघ और सुरक्षा परिषद को इन अभियानों में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए पूरे अधिकार और सभी देशों के बीच प्रभावी सहयोग को मजबूत करने की जरूरत है।”