लखनऊ : चुनावी मौसम में पीएम मोदी का लखनऊ जाने को लेकर विरोधियों द्वारा राजनीतिक विवाद अभी थमा ही नहीं था कि इसी बीच रामलीला में जयश्री राम के नारे से चुनावी हलचल बढ़ गई.
मंगलवार को विजयादशमी के मौके पर ऐशबाग मेले में पीएम ने रामलीला में भाषण की शुरूआत औऱ अंत जयश्री राम के नारे से की थी. अब वीएचपी की ओर से मांग की गई है कि जब नारा लगा दिया है तो राम मंदिर भी बनवा दीजिए.
लखनऊ के ऐशबाग में पीएम मोदी रावण दहन के लिए नहीं बल्कि सिर्फ रामलीला देखने गए थे. यूपी में चुनाव का माहौल बन रहा है. ऐसे वक्त में लखनऊ जाकर रामलीला देखने को विरोधियों ने मोदी के चुनावी दौरे के चश्मे से देखा.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में महिलाओं के अधिकारों और आतंकवाद की बात की. इस दौरान उन्होंने कोई चुनावी बात नहीं की लेकिन पीएम ने भाषण शुरू भी किया जयश्री राम से, खत्म भी किया जय श्री राम से.
अगले साल यानी 2017 में यूपी में होने वाले चुनाव के माहौल में जयश्री राम के नारे का संदेश जरा दूर तक जा सकता है. इसी यूपी में 90 के दशक में बीजेपी ने जयश्री राम का नारा दिया था. गौरतलब है कि जयश्री राम के इसी नारे के साथ बीजेपी का अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन शुरू हुआ था जो इतना फैला कि बीजेपी धीरे-धीरे सत्ता तक जा पहुंची.
बताते चलें कि राम मंदिर का विवाद कोर्ट में है. सरकार और बीजेपी कोर्ट के मामला होने के कारण ज्यादा कुछ बोलती नहीं है. राम मंदिर से जुड़े रहे विश्व हिंदू परिषद के प्रवीण तोगड़िया ने मोदी के नारे का संदेश पकड़ लिया है.
वीएचपी नेता प्रवीण तोगड़िया ने ट्वीट करके कहा है कि, अब ‘जय श्रीराम’ नारा लगाया ही है तो संसद में क़ानून पारित कर तुरंत भव्य राम मंदिर अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बना ही दें!
ऐसा संभव है कि रामलीला में जयश्री राम के नारे के पीछे मोदी की सिर्फ रामभक्ति रही होगी लेकिन संभव ये भी है कि बीजेपी कार्यकर्ता रामभक्ति में चुनाव की शक्ति समझकर आगे भी नारा बुलंद न करने लगें. समाजवादी पार्टी तो पहले से मोदी के लखनऊ आने को सिर्फ और सिर्फ चुनाव से जोड़कर देख रही है.
जयश्री राम का नारा पीएम मोदी ने ऐसे वक्त लगाया है जब बीजेपी वाले भी ये नारा भूल चुके हैं. विकास की बयार चल रही है. उसमें राम मंदिर का मुद्दा काफी पीछे छूट चुका है. इसलिए तोगड़िया की सलाह पर सरकार आगे बढ़ेगी, इसकी उम्मीद कम है.
केंद्र सरकार और बीजेपी में मंदिर को लेकर कोई हलचल नहीं है. सुब्रमण्यम स्वामी जैसे एकाध नेता हैं जो कभी कभी बयान देते रहते हैं कि अगर राम मंदिर बन जाएगा तो बीजेपी यूपी में चुनाव जीत जाएगी.