श्रीनगर : सेना के हाथों मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की पहली बरसी के मौके पर शनिवार को घाटी में 10 से अधिक जगहों पर सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं, हालांकि हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं घटी, क्योंकि हिंसा से बचने के लिए इलाके में सुरक्षा का चाक-चौबंद किया गया था और इंटरनेट बंद कर दी गई थी।
अधिकारियों ने श्रीनगर के पुराने हिस्सों और वानी के गृह नगर त्राल में कर्फ्यू लगा दिया था, जबकि घाटी के करीब सभी जिला मुख्यालयों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी। इन सभी इलाकों में अर्धसैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस की गश्त तेज कर दी गई थी।
श्रीनगर के महजूर नगर इलाके, शोपियां, पाल्हलान और बारामुला तथा पुलवामा के त्राल में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं।
सुरक्षा बलों ने 20 से अधिक पत्थरबाजों को हिरासत में ले लिया। घाटी के किसी भी हिस्से से किसी पत्थरबाज या सुरक्षाकर्मी के गंभीर रूप से घायल होने की खबर नहीं है।
बांदीपुरा के हाजिन इलाके में शनिवार की सुबह आतंकवादियों ने सेना के गश्ती वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें तीन जवान घायल हो गए।
हमलावरों की तलाश के लिए इलाके की घेरेबंदी कर दी गई है और घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
इस बीच पूरी घाटी में बंदी का माहौल रहा तथा दुकानें, अन्य कारोबार और सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह ठप रहे। यहां तक कि श्रीनगर और अन्य जिला मुख्यालयों में निजी वाहन भी सड़क से गायब रहे।
घाटी में लगातार दूसरे दिन मोबाइल और फिक्स्ड लाइन पर इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं, जबकि ब्रॉडबैंड पर इंटरनेट की स्पीड कम कर दी गई।
हिंसा की आशंका को देखते हुए अमरनाथ यात्रा भी रोक दी गई है।
जम्मू से घाटी की ओर शनिवार को किसी भी तीर्थयात्री को जाने नहीं दिया जा रहा। प्रशासन का कहना है कि पूरे दिन के लिए अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है।
बारामुला और बनिहाल के बीच रेल सेवाएं रद्द कर दी गईं। कश्मीर विश्वविद्यालय ने शनिवार को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दीं।