चेन्नई : ओडिशा के कालाहांडी में पत्नी के शव को लेकर 12 किलोमीटर पैदल चलने वाली घटना की तस्वीरें अब तक ज़ेहन से उतरी ही नहीं कि इस बीच उसी तरह की चौकाने वाली खबरें तमिलनाडु से सामने आई हैं. तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में एक 15 साल का बेटा पिता की मृत्यु के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाली सरकारी सहायता लेने गया, लेकिन वहां भी सिस्टम की ने अंतिम संस्कार के रुपये देने के लिए भी घूस की मांग की. इस घूस की रकम को देने के लिए बेबस लड़के ने बीच सड़क पर खड़े होकर भीख मांगी. लड़के ने आरोप लगाया है कि गांव के प्रशासनिक अधिकारी VAO ने उससे घूस मांगी. जिला प्रशासन ने रेवन्यू ऑफिसर को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि VAO को ससपेंड कर दिया गया हैं और जांच जारी है.
लड़के का नाम अजित कुमार है. वह दो दिन से भीख मांग रहा है. अजित कई दिनों से चेक पास कराने के लिए दी जाने वाली घूस के लिए पैसे भीख मांग कर इकठ्ठा कर रहा है. अजित और उसके कुछ दोस्त बैनर पर भीख का कारण लिख भीख मांग रहे थे.
खबरों के अनुसार गांव के वीएओ ने अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाली 12,500 रुपए का मुआवजा पास करने के लिए 3000 रुपए की घूस मांगी थी. जिसे जमा करने के लिए वो पूरे इलाके में भटकता रहा. कभी बस में तो कभी सड़कों पर. बेटे को आखिर अपने पिता के अंतिम संस्कार की रीत पूरी जो करनी थी.
जांच शुरू करने वाले रेवन्यू ऑफिसर ने बताया कि सरकार ने लड़के की मां के नाम पर चेक जारी किया था. उनकी माने तो इस मामले में अजित की मां लाभार्थी है जो मुआवजा की मांग कर सकती है. चेक उन्हीं के नाम पर जारी हुआ था. एक नाबालिग लड़के का चेक मांगना शक पैदा करता है. हालांकि प्रशासन ने वीएओ को कार्यमुक्त कर दिया है जिस से जांच बिना किसी साफ रूप से हो पाए. हम इस मामले की गहराई से जांच करेंगे कि क्या वीएओ ने घूस की मांग की थी?
अजित ने शनिवार को भी भीख मांग कर कैंम्पेन चलाना जारी रखा. जिसके बाद पुलिस और रेवन्यू अफसरों ने उससे मामले की जानकारी ली. जानकारी के मुताबिक अजीत ने पहले दिन 1800 रुपए और दूसरे दिन 1000 रुपए इकठ्ठा कर लिए थे. लेकिन जिस तरह से ये पूरा मामला सामने आया है उसने फिर एक बार इस बेरहम सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है.