वॉशिंगटन : अमेरिका ने भारत में बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा पर चिंता जताते हुए भारत सरकार से कहा है कि नागरिकों की सुरक्षा और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए वह हर संभव प्रयास करे.
भारत में गोमांस का सेवन करने वाले लोगों के खिलाफ कथित हिंसा की घटनाएं और मध्य प्रदेश में भैंस का मांस ले जा रही दो मुस्लिम महिलाओं के साथ मारपीट की घटना से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि सभी तरह की असहिष्णुता से मुकाबला करने और धार्मिक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने की कोशिश में हम भारत सरकार और नागरिकों के साथ हैं.
उन्होंने कहा कि हिंसा और असहिष्णुता की खबरों से हम वाकई चिंतित हैं. ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे दुनिया भर के देशों की सरकारों से हम ज़ोर देकर कहते हैं वे अपराधियों को सजा दिलवाने और नागरिकों को संरक्षण प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करें.
किर्बी ने कहा कि भारतीय नागरिकों के सहिष्णु विचारों को साकार करने के लिए अमेरिका उनके साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है क्योंकि यह भारत और अमेरिका दोनों के हित में है.
बताते चलें कि इस हफ्ते की शुरूआत में मध्य प्रदेश के मंदसौर में रेलवे स्टेशन पर गाय के स्वयंभू संरक्षकों ने गोमांस होने के शक में दो महिलाओं की पुलिस की मौजूदगी में पिटाई की थी. लोगों को शक था कि उनके पास गोमांस है हालांकि उनके पास जो मांस था वह भैंस का था. पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले गुजरात में भी इसी किस्म की घटना हुई थी जिसमें स्वयंभू गोरक्षकों ने मृत गाय की खाल उतारने के मामले में दलित युवकों पर हमला किया था.