नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वियतनाम की द्विपक्षीय यात्रा के लिए हनोई पहुंच चुके हैं. शनिवार की सुबह उनका वहां औपचारिक स्वागत किया गया. इससे पहले शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया था कि द्विपक्षीय व बहुपक्षीय कूटनीति को मजबूत करने के लिए पूरब की यात्रा. प्रधानमंत्री वियतनाम के लिए और चीन में जी-20 में हिस्सा लेने के लिए रवाना.
मोदी आज वियतनाम के शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे, जिनमें वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी के गुएन फू त्रोंग, राष्ट्रपति त्रान दई क्वोंग, प्रधानमंत्री गुएन शुआन फुक तथा अध्यक्ष गुएन थी किम गान शामिल हैं. वियतमान और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर तनातनी चल रही है. मोदी ने कहा है कि आज भारत वियतनाम से रिश्तों को प्राथमिकता देता है.
चीन के लिए ये कूटनीतिक इशारा है, जो दक्षिण सागर में लगातार मनमानी कर रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि यह एक कूटनीतिक दाव है जिससे चीन चित्त होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वियतनाम रवाना होने से पहले शुक्रवार को दक्षिणपूर्व एशियाई देशों को ‘मित्रवत’ बताया और कहा कि इन देशों के साथ भारत के संबंधों से एशिया सहित पूरी दुनिया को फायदा होगा.
मोदी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्रीय दिवस पर वियतनाम के लोगों को बधाई. वियतनाम हमारा मित्र देश है, जिसके साथ हमारे अच्छे संबंध हैं. शुक्रवार शाम हनोई पहुंचने की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार वियतनाम के साथ द्विपक्षीय संबंधों को काफी महत्व देती है. बीते 15 वर्षो में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला वियतनाम दौरा है. इससे पहले साल 2001 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वियतनाम की यात्रा की थी.
मोदी ने कहा कि भारत-वियतनाम की साझेदारी से एशिया और बाकी दुनिया को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि दौरे के दौरान, मैं प्रधानमंत्री गुयेन शुआन फुक के साथ व्यापक चर्चा करूंगा. हम अपने द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे.
मोदी ने कहा कि इस दौरान वह वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दई क्वोंग, वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव गुएन फु त्रोंग तथा वियतनाम की नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष गुएन थी किम गान से भी मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा कि हम वियतनाम के साथ एक मजबूत आर्थिक संबंध बनाने के इच्छुक हैं, ताकि इससे दोनों देशों के नागरिकों को फायदा हो सके.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करना भी वियतनाम दौरे का एक प्रयास होगा. यात्रा के दौरान मोदी हो ची मिन्ह को श्रद्धांजलि देंगे, जिन्हें 20वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण नेता माना जाता है. प्रधानमंत्री शनिवार शाम वियतनाम से चीन के हांगझू पहुंचेंगे, जहां वह चार-पांच सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा, “जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अंतर्राष्ट्रीय प्राथमिकताओं व चुनौतियों पर चर्चा के लिए दुनिया के अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे.
मोदी ने कहा कि हम वैश्विक अर्थव्यवस्था को निरंतरता के पथ पर रखने, तीव्र विकास तथा सामाजिक, सुरक्षा व आर्थिक चुनौतियों से निपटने पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत अपने सभी मुद्दों को रचनात्मक ढंग से रखेगा और मजबूत, टिकाऊ तथा सतत अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक एजेंडे का समाधान पाने की दिशा में काम करेगा, जिससे दुनिया भर के लोगों के सामाजिक-आर्थिक हालात में सुधार होगा.