चंडीगढ़ : हरियाणा में गोमांस तस्करी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. राज्य में गोहत्या, गोतस्करी पर रोकथाम के लिए बनी टास्कफोर्स की प्रमुख और डीआईजी भारती अरोड़ा ने दावा किया है कि गोमांस तस्करी का पैसा भारत में आतंकवाद के लिए इस्तेमाल हो रहा है. गोमांस तस्करी से सालाना 15 हजार करोड़ का कारोबार हो रहा है.
गो तस्करी औऱ गो हत्या को अब तक सांप्रदायिक नजरिये से देखा जाता रहा है. अब पहली बार गोहत्या और गो तस्करी का मामला आतंकवाद से जुड़ा है. हरियाणा की डीआईजी भारती अरोड़ा ने सनसनीखेज दावा किया है कि गोमांस के कारोबार के पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए हो रहा है.
भारती अरोड़ा को हरियाणा की बीजेपी सरकार ने गोहत्या और गोतस्करी के मामले देखने की जिम्मेदारी दी हुई है. जींद में गोतस्करी पर आयोजित कार्यकाला में आईं भारती अरोड़ा ने गो तस्करी के पूरे कारोबार की सरकारी आंकड़ा पेश किया.
भारती का दावा है कि गोमांस का सालाना कारोबार 15 हजार करोड़ है. ये रकम आतंकवाद में इस्तेमाल की जा रही है. 50 से 60 लाख गायों की तस्करी यूपी और पश्चिम बंगाल के जरिए बांग्लादेश में बाहर की जा रही है. देश में तो 50 रुपये किलो गोमांस मिलता है लेकिन बांग्लादेश में इसकी कीमत 350 से 1500 किलो तक हो जाती है. 100 किलो की एक गाय की तस्करी 30 हजार में होती है.
गोहत्या, गोतस्करी को लेकर राजनीतिक लड़ाई अरसे से हो रही है. गुजरात के उना में दलितों की पिटाई को लेकर कुछ दिन पहले तक बड़ा हंगामा होता रहा. 8 अगस्त को पीएम मोदी ने गोरक्षा के नाम पर फर्जी गोरक्षक कारोबार का नाम दिया तो विवाद और बढ़ गया. गोरक्षकों ने पीएम के बयान पर एतराज भी जताया.
गाय को लेकर देश के अलग अलग राज्यों में अलग अलग कानून हैं. हरियाणा जम्मू कश्मीर, झारखंड, राजस्थान में तो गोहत्या पर 10 साल की जेल का कानून है लेकिन कई राज्य ऐसे हैं जहां गोहत्या अपराध नहीं है.