नई दिल्ली : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता की अनुपस्थिति में राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था का हाल बताने के लिए मुख्य सचिव और दो मंत्रियों ने राज्यपाल विद्यासागर राव से मुलाकात की। मीडिया सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान राज्यपाल ने जानना चाहा कि मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था किस तरह चलाई जा रही है। साथ ही उन्होंने जयललिता की सेहत का हाल भी पूछा।
गर्वनर को बताया गया कि दैनिक आधार पर निर्णय लिए जा रहे हैं। गौरतलब है कि डॉक्टकरों द्वारा मुख्युमंत्री जयललिता के इलाज के लिए अस्पकताल में लंबे वक्त तक रहने के संकेत दिए जाने के एक दिन बाद राज्य्पाल ने मंत्रियों और आला अफसरों के साथ इन मुद्दों पर राय-मशविरा किया।
बताया जाता है कि इससे पहले ही दिल्लीद से एम्स के डॉक्टकरों की एक टीम जयललिता के इलाज और देखभाल के लिए पहुंची। उनके साथ ही ब्रिटेन के एक विशेषज्ञ डॉक्ट्र भी मुख्येमंत्री के इलाज में जुटे हुए हैं।
इससे पहले, जयललिता की जगह अस्थायी मुख्यमंत्री के कयास पर ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक (एआईएडीएमके) ने विराम लगा दिया। एआईएडीएमके के प्रवक्ता ने कहा कि राज्य में किसी अस्थायी मुख्यमंत्री की कोई वैधानिक आवश्यकता नहीं है।
शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को देखने चेन्नई के अपोलो अस्पताल गए और कहा कि उनकी सेहत में ‘अच्छा सुधार’ हो रहा है। एयरपोर्ट से सीधे अस्पताल पहुंचे और वहां करीब घंटे भर रुके राहुल गांधी ने कहा, जयललिता ठीक हो रही हैं। मैं उनके लिए भरपूर ऊर्जा की कामना करता हूं, ताकि वह जल्द पूरी तरह स्वस्थ्य हो जाएं।’
समर्थकों के बीच ‘अम्मा’ नाम से पुकारे जाने वाली मुख्यमंत्री जयललिता को बीते 22 सितंबर को अपोलो अस्पथताल में भर्ती कराया गया था। शुरुआत में उनकी पार्टी एआईएडीएमके ने कहा था कि उनका बुखार और निर्जलीकरण के लिए इलाज किया जा रहा है।
हालांकि उन्हेंल अस्पजताल से कब छुट्टी मिलेगी, इसको लेकर सार्वजनिक किए जा रहे पूर्वानुमान बार-बार गलत साबित हुए, जिससे उनकी सेहत को लेकर अटकलें तेज हो गईं। इस बीच विपक्षी दल उनके स्वास्थ्य को लेकर अपडेट और तस्वीरें जारी करने की मांग कर लगे थे।