नई दिल्ली : कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स के अनुमान के मुताबिक सोशल मीडिया पर चले दिवाली पर चीनी वस्तुओं की खरीदी न करने के जबरदस्त अभियान का असर दिखा है. इस साल दिवाली पर चीनी सामान की बिक्री में बीते साल के मुकाबले लगभग 60 फीसद की गिरावट हुई है. कॉन्फ़ेडरेशन का कहना है कि इस वजह से घरेलू सामान को ज्यादा इस्तेमाल में लाने की भावना को भी खासा बल मिला है.
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का कहना है कि देश भर में लोगों ने चीनी सामान को छोड़कर इस साल मिटटी के बने दिए और मिटटी, कागज, प्लास्टिक आदि से ही बनी दूसरी सजावटी सामानों और फूलों की सजावट से अपने घरों को सजाया. कैट का ये भी दावा है कि देश के मूड को देखते हुए व्यापारियों में चीनी सामान बेचने में कोई खास उत्साह नहीं दिखा.
देश के 20 शहरों जिनमें दिल्ली, मुम्बई, नागपुर, जयपुर, कानपुर,अहमदाबाद, भोपाल आदि शामिल हैं जिन्हें आमतौर पर व्यापारिक वितरण केंद्र भी माना जाता है, इनके व्यापारी संगठनों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने यह अनुमान लगाया है.