कोलकाता : असम में जारी हुई अंतिम एनआरसी (नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर) सूची के संदर्भ में कांग्रेस सांसद और पूर्व मंत्री शशि थरूर ने रविंद्रनाथ टैगोर का उद्धरण पेश करते हुए कहा, नेशनलिज्म (राष्ट्रवाद) और जेनोफोबिया (विदेशी लोगों को न पसंद करना) के बीच एक पतली लकीर होती है।
एनआरसी की अंतिम सूची शनिवार सुबह 10 बजे जारी कर दी गई। इसमें 3,11,21,004 लोगों के नाम शामिल हैं, जबकि 19 लाख लोगों को इसमें स्थान नहीं मिला है।
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से कहा कि टैगोर ने कहा था, नेशनलिज्म और जेनोफोबिया के बीच एक पतली लकीर होती है। इसके अलावा, विदेशियों से घृणा, बाद में खुद से अलग भारतीयों से घृणा में बदल सकती है।