चेन्नेई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के बीमार होने की वजह से उनकी गैरमौजूदगी में बुधवार को कैबिनेट की अहम बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता कार्यवाहक मुख्यमंत्री और वित्तर मंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने की।
जानकारी के अनुसार, जयललिता के बीमार होने के बाद चेन्नाई में आज पहली बार कैबिनेट की बैठक हुई। इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिला कि सीएम जयललिता की तस्वीेर रखकर कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक के दौरान तमिलनाडु के मंत्रियों के बीच टेबल पर जयललिता की तस्वीबर रखी गई थी और फिर बैठक की कार्यवाही चली। गौरतलब है कि जब से जयललिता अस्पताल में भर्ती हैं तब से लेकर आज तक कैबिनेट की कोई बैठक नहीं हुई, जिससे कई राजनीतिक फैसलों में देरी हो रही है जिसमें कावेरी के जल का मुद्दा भी शामिल है।
बैठक का मुख्य एजेंडा पड़ोसी कर्नाटक राज्य से जारी कावेरी विवाद पर चर्चा था, क्योंकि इस विवाद पर विपक्षी दल लगातार सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की मांग करते रहे हैं। विपक्षी दलों ने मंगलवार को किसानों के रेल रोको अभियान में शिरकत भी की थी, और मांग की थी कि केंद्र सरकार कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन करे, जिसका विरोध कर्नाटक करता आ रहा है।
बता दें कि पनीरसेल्वम को पिछले हफ्ते ही कार्यवाहक राज्यपाल विद्यासागर राव ने मुख्यमंत्री की सलाह पर उनके सारे विभाग सौंपे दिए हैं। जयललिता के कामकाज फिर से संभालने तक यह व्यवस्था बनी रहेगी। पनीरसेल्वम ने जयललिता के मंत्रालयों को तब संभाला था, जब डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें अस्पताल में ज़्यादा वक्त तक रहना पड़ेगा. इससे पहले भी दो बार जयललिता खुद भी उन्हें अपने कार्यवाहक के रूप में चुन चुकी हैं।
बताते चलें कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता इस समय चेन्न ई के अपोलो अस्प ताल में भर्ती हैं और वहां उनका इलाज जारी है। 68-वर्षीय जयललिता को 22 सितंबर को चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।