नई दिल्ली : दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने पूर्व अध्यक्ष रही बरखा शुक्ला के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो( एंटी करप्शन ब्यूरो) में वित्तीय गड़बड़ी की शिकायत दर्ज की और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. अपनी शिकायत में मालीवाल ने दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष किरण वालिया पर भी धन की गड़बड़ी का आरोप लगाया और कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की जानकारी में ये घपला हुआ था.
मालीवाल ने शिकायत में आरोप लगाया, ‘पिछले आयोग की फाइलों के अध्ययन के दौरान आयोग ने पिछली अध्यक्षों – बरखा शुक्ला सिंह और किरण वालिया द्वारा सरकारी धन की गड़बड़ी और घोर वित्तीय अनियमितता के मामले पाए हैं, और इनमें कुछ मामले ऐसे हैं जिन्हें प्रथम दृष्टया दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निर्देश पर अंजाम दिया गया. एसीबी अधिकारियों ने कहा कि मालीवाल की शिकायत पर विचार किया जा रहा है.
इस मामले में शुक्ला ने आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें ‘राजनीति से प्रेरित’ करार दिया. मालीवाल ने ऐसे समय में शिकायत की है जब एसीबी ने शुक्ला की शिकायत पर उनके खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी . शुक्ला ने आरोप लगाया था कि महिला आयोग में मालीवाल ने कथित तौर पर अवैध नियुक्तियां की हैं. शुक्ला ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मालीवाल से कहा था कि वह ‘आप’ के नेता कुमार विश्वास और सोमनाथ भारती के मामलों में आयोग की जांच धीमी रखें.
बरखा शुक्ला ने कहा कि मेरे खिलाफ दी गई शिकायत राजनीति से प्रेरित है और ऐसे समय में की गई है जब मालीवाल और दिल्ली महिला आयोग मेरी शिकायत और मेरी ओर से मुहैया कराए गए सबूत के बाद जांच के घेरे में हैं.’ शुक्ला ने मालीवाल के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि उनकी पूर्ववर्ती ने आयोग के प्रमुख के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान महज एक मामला देखा था.
बरखा शुक्ला का कहना है कि ये हास्यास्पद है कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर नौ साल के अपने कार्यकाल में मैंने सिर्फ एक मामला देखा. इस पूरे समय में हमने 1.5 लाख से ज्यादा मामले देखे. इस आरोप पर बोलते हुए शुक्ला ने कहा कि अगर मैंने आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की पत्नियों को आयोग में नियुक्त किया, तो मैं मालीवाल से कहती हूं कि वे ऐसे नामों को सार्वजनिक करें. एसीबी अधिकारियों के मुताबिक, शिकायत की जांच की जा रही है.