नई दिल्ली : भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में खलबली मची हुई है. पाकिस्तान के अखबार ‘द नेशन’ ने सूत्रों के हवाले से खबर छापी है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के प्रमुख रिजवान अख्तर को आने वाले दिनों में हटा दिया जाएगा.
सितंबर 2014 में रिजवान अख्तर को ISI का डीजी बनाया गया था. वैसे ISI के प्रमुख का कार्यकाल तीन साल का होता है लेकिन खबर है कि वक्त से पहले ही रिजवान अख्तर को हटाया जाएगा.
खबर है कि कराची के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल नावेद मुख्तार को रिजवान अख्तर की जगह ISI का प्रमुख बनाया जाएगा. हालांकि अभी औपचारिक तौर पर ISI में इस बदलाव की पुष्टि नहीं हुई है. पाक सेना के मुख्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा ने इस खबर का खंडन किया है.
खबरें ये भी हैं कि आतंकियों के समर्थन को लेकर पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ और राहिल शरीफ में झगड़ा शुरू हो गया है. 6 अक्टुबर को पाकिस्तान के अखबार डॉन में छपी खबर के मुताबिक, ‘नवाज शरीफ ने राहिल शरीफ से कह दिया है कि जो हालात बन रहे हैं उनमें पाकिस्तान दुनिया में अलग थलग पड़ रहा है इसलिए सेना कोई भी कार्रवाई करे तो सरकार से राय विचार जरूर करे.’ अखबार ने अपनी रिपोर्ट में ये भी छापा था कि मुताबिक नवाज सरकार की तरफ से कहा गया है कि अगर सरकार की एजेंसियां उन आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करती है जिन पर बैन लगा हुआ है तो इसमें सेना की ओर से कोई दखल नहीं दी जाए.
दो दिन पहले ही ये खबर आई थी कि नवाज शरीफ ने पाकिस्तान को दुनिया के सर्जिकल स्ट्राइक से बचाने के लिए एक्शन प्लान पर काम शुरू कर दिया है. इस एक्शन प्लान में रिजवान की भी अहम भूमिका है.
शरीफ ने दो एक्शन प्लान बनाए हैं. एनएसए नसीर जांजुआ और आईएसआई के डीजी जनरल रिजवान अख्तर की अगुवाई में एक कमेटी बनाई है. जिसका काम है आतंकी संगठनों को शांत करना. आतंकियों की आर्थिक मदद पर रोक लगाना. बैन होने के बाद नाम बदलने वाले संगठनों पर काबू की ज़िम्मेदारी भी इसी कमेटी की होगी. वहीं दूसरा प्लान भारत को संतुष्ट करने के लिए है. पठानकोट हमले की नए सिरे से जांच होगी. रावलपिंडी में एंटी-टेररिज्म कोर्ट में चल रहे मुंबई हमले का ट्रायल भी दोबारा शुरू होगा. इस प्लान पर एक्शन का मतलब है कि हाफिज सईद, मसूद अजहर, लखवी जैसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.