पटना : पटना आर्ट काॅलेज के छात्र नीतीश कुमार ने सोमवार को अपने हाॅस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। यह आत्मघाती कदम उसने अपने हाॅस्टल के कमरा संख्या 3 में उठाया। यह घटना उस समय घटी जब उसके साथी कैंपस में विश्वविद्यालय और काॅलेज प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और वह अपने कमरे में अकेले बैठा हुआ था। यह गनीमत रही कि हाॅस्टल में साफ-सफाई करने वाली मेड जब गलियारे से गुजर रही थी, तभी उसकी नजर नीतीश पर पड़ी। उसने देखा कि छात्र पंखे से लटका हुआ है तो शोर मचाकर अन्य छात्रों को बुलाया। आत्महत्या की कोशिश के दौरान नीतीश के गले की पीछे की नस दब गई है। उसका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है।
घटना के पीछे की वजह जातीय उत्पीड़न बताया जा रहा है। नीतीश में आर्ट काॅलेज के प्रिंसिपल चंद्र भूषण श्रीवास्तव पर जातीय रूप से प्रतपाड़ित करने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि प्रिंसिपल कहते हैं कि तुमसब यहां आरक्षण से नामांकन ले लेते हो और हल्ला-हंगाम करते हो। इसकी शिकायत उसने 2015 में एसीएसटी आयोग में भी की थी। 2016 में पुनः इसकी सूचना आयोग को दी थी। साथ ही विश्वविद्यालय के प्राॅक्टर प्रो. जी के पल्लई से भी कई बार इसकी शिकायत की गई है।
नीतीश मूल रूप से गया जिले का रहने वाला है और वर्तमान में काॅलेज में संचालित होने वाले बीएफए कोर्स के सांतवें सेमेस्टर में पढ़ाई कर रहा है।