पटना। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार के नेताओं को कड़ी फटकार लगाई है। पूर्व के कुछ नेताओं द्वारा की गई ऐसी ही हरकतों का हवाला देकर उनके सामने साफ कर दिया कि पार्टी तोडऩे का हश्र क्या हो सकता है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के कड़े तेवर के बाद बिहार कांग्रेस का साथ छोडऩे के लिए बैचेन नेताओं के तेवर नरम पड़ते दिखे।
गौर हो कि, बिहार कांग्रेस में टूट की चर्चाओं के बीच कांग्रेस आलाकमान ने गुरुवार को बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह और प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के साथ बैठक की।
बैठक के बाद सदानंद सिंह और अशोक चौधरी ने पार्टी टूट की खबरों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि पार्टी अटूट है। कांग्रेस आलाकमान ने नेताओं को दिल्ली इसलिए बुलाया था, ताकि बिहार के ताजा राजनीतिक हालात से अवगत हो सके।
प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता उन्हें बदनाम करने के लिए पार्टी में टूट की अफवाह फैला रहे हैं। कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है। कांग्रेस आलाकमान ने बिहार में पार्टी की मजबूती के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी। सदानंद सिंह ने टूट की खबरों का खंडन तो नहीं किया, लेकिन दावा किया कि कांग्रेस एकजुट है और आलाकमान ने पार्टी नेताओं पर अपना विश्वास व्यक्त किया है।
बुधवार को पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल ने सदानंद सिंह से अकेले में बात कर बिहार के हालातों के बारे में जानकारी ली। अगली कड़ी में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद और अहमद पटेल की मौजूदगी में सदानंद सिंह और अशोक चौधरी से बात की। दोनों नेताओं से पार्टी की टूट को लेकर उनका पक्ष जाना गया। दोनों नेताओं का पक्ष जानने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें अपने कड़े तेवर से अवगत करा दिया है।