नई दिल्ली : सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भारत में घमासान जारी है. लेकिन सरकार कोई सबूत सार्वजनिक करने के मूड में नहीं है. सबूत मांगने वाले दिल्ली के सीएम केजरीवाल पर हमले जारी हैं. सूत्र बता रहे हैं कि कल पीएम ने सीसीएस की बैठक में कह भी दिया कि सिर्फ अपनी राजनीति को चमकाने के लिए कुछ लोग सबूत मांग रहे हैं.
पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के बाद केजरीवाल ने एक वीडियो जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी को सैल्यूट किया था लेकिन लगे हाथ उन्होंने इसके सबूत भी मांग लिए थे. इसके बाद से दिल्ली के सीएम चौतरफा हमले का शिकार हो गए.
बताया जा रहा है कि सेना ने सरकार को 90 मिनट का वीडियो सौंप दिया है. भले सेना को ऐतराज़ ना हो लेकिन सरकार सबूत के तौर पर वीडियो जारी नहीं करेगी. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ अपनी राजनीति को चमकाने के लिए कुछ लोग सबूत के तौर पर फुटेज जारी करने मांग कर रहे हैं. कल कैबिनेट की बैठक में पीएम ने साफ कर दिया कि सर्जिकल स्ट्राइक का उन्माद नहीं फैलाना चाहिए. मंत्रियों से भी कह दिया कि सबको बयानबाजी करने की जरूरत नहीं है. बयान वही दें जिनके बोलने की जरूरत है.
पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक ने बिना नाम लिए केजरीवाल पर बड़ा हमला किया है. जनरल वीपी मलिक उस वक्त सेना प्रमुख थे जब करगिल युद्ध हुआ था. सबूत मांगने वालों को मूर्ख कहते हुए जनरल वीपी मलिक ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि कुछ मूर्ख लोग मांग कर रहे हैं, वीडियो रिलीज नहीं किया जाना चाहिए. हैरानी है कि कुछ फिजूल लोग आर्मी से ऑपरेशन के सबूत मांग रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि उनको समझ नहीं आता कि नेताओं को हो क्या गया है? वे आगे कहते हैं कि ये हक सिर्फ सेना का है कि वो वीडियो पर फैसला ले.
मामले पर उमा भारती ने बयान दिया था कि जिन्हें साबूत चाहिए वे पाकिस्तान चले जाएं. अब हरियाणा में बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) सरकार के मंत्री अनिल विज ने भी सबूत मांगने वालों को पाकिस्तान जाने की सलाह दी है. केजरीवाल के बचाव में उनकी पार्टी की बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है.