मुंबई : मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल में जगह न मिलने से नाराज शिवसेना की नाराजगी सामने आ गई। मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन बाद शिवसेना ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडलों में काम करने वाले लोगों की तरह क्षमतावान लोगों को खोजना इन दिनों बहुत मुश्किल है।
मंत्रिमंडल के विस्तार में उपेक्षा से नाराज शिवसेना ने कहा था कि जिस तरह विस्तार की कवायद की गई उससे वह आहत है। साथ ही पार्टी ने प्रधानमंत्री के ‘चयन मानकों’ पर भी सवाल उठाए थे। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय में कहा है कि ‘मोदी अपनी सरकार के अकेले चेहरे हैं। इससे तुलना करें तो इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू के पास बाबासाहेब आंबेडकर, बाबू जगजीवन राम, यशवंतराव चव्हाण और शंकरराव चव्हाण जैसे ज्यादा उत्कृष्ट सदस्य थे।
संपादकीय में आगे कहा गया है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय को उसका नाम पीवी नरसिंह राव की वजह से मिला। मनमोहन सिंह की वजह से दुनिया को पता चला कि भारत में वित्त मंत्री है, जो काम करता है। जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल में जैसे क्षमतावान लोग थे वैसे लोग आज नहीं मिल सकते। इस परिदृश्य में मोदी के पास अपने मंत्रिमंडल की पूरी जिम्मेदारी खुद उठाने के अलावा और दूसरा कोई विकल्प नहीं है।