नई दिल्ली : शारदीय नवरात्र एक अक्टूतबर से शुरू हो रहे हैं। अश्विन माह में आने वाले इन नवरात्रों में विशेष बात यह है कि इस बार नवरात्र नौ के बजाय दस दिन के होंगे। इस बार दुर्गा जी अश्व पर आएंगी और भैंसा पर बैठकर जाएंगी। शारदीय नवरात्र में इस बार ये दस दिन सुख-समृद्धिदायक होंगे।
इस बार प्रतिपदा तिथि वृद्धि के कारण नौ दिन के बजाय दस दिनों के होंगे। ऐसे में नवमी तिथि 10वें दिन पड़ेगी। इससे पहले वर्ष 2000 में दो तिथि लगातार दो दिनों तक होने के कारण नवरात्र 10 दिन के थे। 16 साल बाद फिर ऐसा संयोग बन रहा है। शास्त्रों में 10 दिन के नवरात्र शक्ति उपासना के लिए अत्यंत शुभ माने गए हैं।
शारदीय नवरात्र अश्विन मास के शुक्ल पक्ष से आरंभ होंगे। इस बार गजकेशरी योग में शारदीय नवरात्र होंगी। ऐसा इसीलिए कि गुरु व चन्द्रमा एक साथ कन्या राशि में लग्न स्थान में होने से गजकेशरी महासंयोग बन रहा है। शारदीय नवरात्र में शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। 1 अक्टूबर से शुरू होकर शारदीय नवरात्र उत्सव 10 अक्टूबर तक रहेगा। विशेष यह है कि इस बार मां दुर्गा का आगमन अश्व से होगा व गमन भैंसा पर होगा, जो अति शुभ है।
पंडितों के अनुसार, एक अक्तूबर को ही घट स्थापना होगी। सुबह छह बजकर 18 मिनट से लेकर सात बजकर 28 मिनट तक घट स्थापना होगी। अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 47 मिनट से लेकर 12 बजकर 35 मिनट तक भी घट स्थापना की जा सकती है। शास्त्रों में दस दिन के नवरात्र शक्ति उपासना के लिए अत्यंत ही शुभ माने गए हैं। इस बार नवरात्रि में राजयोग, द्वि पुष्कर योग, सिद्धियोग, सर्वार्थ सिद्धि योग, सिद्धियोग और अमृत योग के संयोग बन रहे हैं।