नई दिल्ली : विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य के सीवेज प्लांट से कल ज़हरीली गैस के रिसाव से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। नौसेना ने अपने बयान में बताया गया है कि कर्नाटक के कारवार में इस जहाज़ के सीवेज शोधन संयंत्र के एक हिस्से में मरम्मत कार्य चल रहा था, उसी दौरान ये हादसा हुआ।
बताया जा रहा है कि टाक्सिक गैस का लीकेज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की मरम्मत के दौरान हुआ। इस काम के लिए इस वॉरशिप को यहां 1 जून को लाया गया था।
मारे गए लोगों में एक शिपराइट आर्टिफिसर राकेश कुमार हैं जबकि दूसरे रॉयल मरीन के मोहनदास कोलाम्बकर हैं। हादसे में दो लोग जख्मी भी हुए हैं। जिनकी हालत स्थिर है। नेवी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि INS विक्रमादित्य देश का सबसे पॉवरफुल वॉरशिप है। इसे रूस ने तैयार किया है। यह एक तैरते हुए शहर जैसा है। एकबार में 1600 से ज्यादा जवान इस पर तैनात किए जा सकते हैं। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि जांच के आदेश दे दिए गये हैं।