डेस्क : भारत सरकार से मंजूरी मिलने के साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा कोविशील्ड वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाने के काम ने रफ्तार पकड़ ली है। पुणे से कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली खेप दिल्ली, अहमदाबाद और चेन्नई पहुंच चुकी है। DIAL मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि कोविड -19 वैक्सीन के लिए बनाये गए हमारे दो-दो कार्गो टर्मिनलों पर -20 डिग्री सेल्सियस से लेकर +25 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रखा गया है। यहां वैक्सीन को कुशलतापूर्वक सुरक्षित तरीके से रखा जा सकता है।
वैक्सीन वितरण प्रक्रिया पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन ने कहा कि पुणे से 5.56 लाख वैक्सीन की खुराक भेजी गई है। शेष 20,000 खुराक का विवरण अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। एक बार जब यह राज्य के वैक्सीन केंद्र में आ जाएगी तो हम आश्वस्त होंगे कि सब कुछ ठीक है।
बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से पुणे अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तक वैक्सीन के तीन ट्रक पहुंचाये जा चुके हैं। इन ट्रकों में आयी यह वैक्सीन आठ फ्लाइट्स से देश के 13 अलग-अलग हिस्सों में पहुंचायी जाएगी। इन वैक्सीन को महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में भेजने का कार्य एस बी लॉजिस्टिक कंपनी को सौंपा गया है।
यह कंपनी अपने रेफ्रिजरेटर वाले ट्रकों से वैक्सीन को देश के विभिन्न स्थानों तक पहुंचाएगी। हरदीप एस पुरी ने ट्विटर के जरिये बताया कि स्पाइसजेट और गोएयर द्वारा पुणे से दिल्ली और चेन्नई के लिए भेजा जा चुका है। पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट को भारत सरकार की मंजूरी मिलने के साथ ही 11 मिलियन (1 करोड़ 10 लाख) कोविशील्ड वैक्सीन का ऑर्डर मिला है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस शुरुआती तौर पर कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 200 रुपये प्रति डोज रखी गई है। जानकारी हो कि 16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हम फार्मा पीएसयू एचएलएल लाइफकेयर के जरिए वैक्सीन खरीदेंगे। सरकारी उपयोग के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को भी खरीदा गया था। सरकार इसकी खरीद के लिए अब भारत बायोटेक के साथ समझौते पर चर्चा कर रही है।