नई दिल्ली. कश्मीर के अलगाववादी नेताओं ने NIA की पूछताछ में कबूल किया है कि उन्हें पाकिस्तान से अलग-अलग चैनल से पैसे मिलते थे. सैय्यद अली शाह गिलानी को नियमित रूप से पैसे मिलते थे. पूछताछ के दौरान तीनों हुर्रियत नेताओं ने खुद भी पैसे की बात कबूली लेकिन यह भी कहा कि हम तो इस खेल में सिर्फ मोहरे हैं असली वजीर तो कोई और है.
घाटी के अलगाववादी नेता फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’, जावेद अहमद बाबा उर्फ ‘गाजी’ और नईम खान ने NIA के सामने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. अलगाववादी नेताओं को पाकिस्तान से अलग-अलग चैनल से पैसे मिलते थे जिसमें हवाला और क्रॉस बॉर्डर ट्रेड से मुख्य तौर पर पैसा मिलता था. एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद अलगाववादियों का असली चेहरा सामने आया था. ‘ऑपरेशन हुर्रियत’ के बाद ही अलगाववादियों पर एनआईए ने अपना शिकंजा कसना शुरू किया है.
बताया जा रहा है कि अब तीनों अलगाववादी नेताओं से पूछताछ के बाद NIA सैय्यद अली शाह गिलानी पर शिकंजा कसेगा. उम्मीद है कि सैय्यद अली शाह गिलानी से भी दिल्ली में ही पूछताछ की जाएगी.
पाकिस्तान फंडिंग मामले से जुड़े NIA ने 150 FIR और 13 चार्जशीट को भी अपनी इस जांच में शामिल कर लिया है और उनकी स्टडी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक NIA को अब तक कि जांच में कई पुख्ता सबूत मिले हैं. जिनके आधार पर NIA पाक फंडिंग के मामले में जल्द ही FIR भी दर्ज कर सकती है.
दो दिन लगातार पूछताछ के बाद एनआईए अलगाववादी नेता फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’, जावेद अहमद बाबा उर्फ ‘गाजी’ और नईम खान से कल तीसरे दिन भी पूछताछ जारी रखेगी.