नई दिल्ली : भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बेंगलुरू केंद्र में खिलाड़ियों को बाहर ट्रेनिंग करने के लिए और इंतजार करना होगा क्योंकि केंद्र के एक रसोइए की मौत हो गई है जिसका बाद में कोविड-19 का टेस्ट पॉजिटिव आया। इस केंद्र में 25 मार्च से ही कई खिलाड़ी रह रहे हैं।
इस केंद्र में भारत की महिला एवं पुरुष हॉकी टीमों के अलावा 10 एथलेटिक्स खिलाड़ी भी हैं।
इस हादसे का मतलब है कि खिलाड़ियों को अब अपने कमरों में ही रहना होगा और प्रोटोकॉल के मुताबिक केंद्र को सैनेटाइज किया जाएगा।
यह हादसा तब हुआ जब खेल मंत्रालय और साई बेंगलुरू और पटियाला केंद्र में खिलाड़ियों की ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं और कर भी चुके हैं।
साई ने हालांकि उन खबरों को गलत बताया है जिसमें कहा जा रहा है कि इस रसोइए के साथ हुई बैठक में तकरीबन 30 लोगों ने हिस्सा लिया।
साई ने कहा है, उस बैठक में मरने वाले शख्स को मिलाकर पांच लोग थे। इसलिए बाकी के चार लोगों को क्वारंटीन में भेजा गया है।
साई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, वह एडमिस्ट्रेटिव ब्लॉक में थे जो रेजिडेंसियल ब्लॉक से दूर है। उन्हें अपने घर से बाहर आने की मंजूरी नहीं है। ऐसा नहीं है कि वो लोग ज्यादा लोगों से मिले।
उन्होंने कहा, प्रोटोकॉल के मुताबिक हर किसी का टेस्ट किया जाएगा जिसका परिणाम आने में 24 घंटे लगेंगे। उनका निधन जिस दिन हुआ उसके बाद पता चला कि वो कोविड-19 से संक्रमित थे।
अधिकारी ने कहा कि केंद्र को सैनेटाइज करने में पांच दिन का समय लग सकता है।