नई दिल्ली : निवेशकों का पैसा नहीं लौटाने के आरोपों से घिरे सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय पर जेल जाने का खतरा मंडरा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय की परोल रद्द कर दी है और हिरासत में लेने को कहा है.
मौजदा घटनाक्रम के अनुसार, 10.30 बजे चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच ने मामले को सुनना शुरू किया. सहारा के वकील राजीव धवन ने परोल को 3 अक्टूबर तक बढ़ाने की मांग की. कोर्ट इससे सहमत नज़र आई. इसके साथ ही सेबी की तरफ से संपत्तियों की बिक्री के काम में शामिल न करने की शिकायत की. इस पर चीफ जस्टिस ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा, ‘then go to Jail’. इसके बाद सेबी के वकील ने संपत्तियों की बिक्री में आ रही दिक्कतों के बारे में बताया. कई संपत्तियां आयकर विभाग ने जब्त कर रखी हैं
कोर्ट ने पहले उन 3 संपत्तियों को बेचने को कहा जिनमें ऐसी कोई दिक्कत नहीं है. इसके बाद सहारा के वकील राजीव धवन ने हल्के अंदाज़ में कही गई चीफ जस्टिस की बात पर एतराज़ जताया. कहा – आपका ऐसा कहना unfair था. आपको ऐसा नहीं कहना चाहिए था. धवन के इस रवैये से चीफ जस्टिस बेहद नाराज हो गए और कहा कि हम परोल रद्द कर रहे हैं. अवमानना के आरोपी (सहारा) को दोबारा जेल भेजा जाए. इसके बाद बेंच उठ कर चली गई. बाद में चीफ जस्टिस दोबारा अपनी कोर्ट में बैठे तो सहारा के एक वकील ने माफ़ी मांगी और नई अर्ज़ी दाखिल करने की बात कही. चीफ जस्टिस ने कहा कि फाइल कीजिए, विचार करेंगे.