नई दिल्ली : संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने बलूचिस्तान और गिलगिट के मुद्दे को उठाने को लेकर भारत को नैतिक रूप से सही बताया. कुमार ने दावा किया कि पाकिस्तान अपने लोगों से तीसरे दर्जे के नागरिकों के जैसा व्यवहार करता है और मुजाहिरों और प्रांतीय स्वतंत्रता आंदोलनों को कुचलने के लिए बम का इस्तेमाल करता है. कुमार के मुताबिक मोदी का गिलगिट,बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान का मुद्दा उठाना सही हैं, जब इन प्रांतों में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा हैं.
आरएसएस के विश्व रक्षाबंधन कार्यक्रम में बोलते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान खुद ही हिंसा का सामना कर रहा है. अपने नागरिकों की हत्या कर रहा है. पाकिस्तान मुस्लिमों में से ही कुछ मुस्लिमों के साथ निम्न दर्जे के नागरिकों की तरह व्यवहार होता है. कुमार के मुताबिक कश्मीर को जलाकर पाकिस्तान अपने घर की आग नहीं बुझा सकता, यह एक दिन उसे ही खत्म कर देगा.
इंद्रेश ने पाकिस्तान को एक अच्छे पड़ोसी और एक अच्छा मुल्क बनने की सलाह दी. कुमार ने कहा कि अगर तुम कश्मीर को नैतिक बिंदु मानते हो तो तब भारत और विश्व के लोगों का बलूचिस्तान, पख्तूनिस्तान, गिलगिट, बाल्टिस्तान का मुद्दा उठाना सही हैं वो लोग भी मुश्किलों और हत्याओं का सामना कर रहे हैं. पाकिस्तान कश्मीर के मामले में अनैतिक है अगर भारत उसके जवाब में बलूचिस्तान का मुद्दा उठाता है तो वह मानवीय और नैतिक रूप से सही है.
घाटी में आतंकवाद भड़कानें की पाकिस्तान की निंदा करते हुए इंद्रेश ने कहा कि पाकिस्तान अलगाववाद भड़काने के लिए पैसे और हथियार मुहैया कराता है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पाकिस्तान से अपील की कि उसे ‘‘शैतान के रास्ते’’ पर नहीं चलना चाहिए, शांति वास्तव में शिक्षा, लड़कियों का सम्मान और भष्टाचार मिटाने का असली रास्ता प्रदान करता है.