पटना : बिहार में शराबबंदी पर एक बड़ा फैसला लेते हुए नीतीश सरकार ने ताड़ी पर से रोक हटा दी है। अब बिहार में ताड़ी पीने व बेचने पर प्रतिबन्ध हट गया है। बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए कहा है कि अब शराबबंदी के तहत ताड़ी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
राज्य के उत्पाद और मद्य निषेध मंत्री जलील मस्तान ने कहा है कि ताड़ी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। अपने नये शराबबंदी कानून में ताड़ी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाली नीतीश सरकार ने शनिवार को कहा कि सूबे में ताड़ी फ्री रहेगी।
यह उम्मीद जताई जा रही है ताड़ी को फ्री करने के पीछे लालू यादव का हाथ है। लालू यादव के दबाव में सरकार ने यह यू टर्न लिया है। शराबबंदी लागू होने के समय से ही लालू प्रसाद यादव ताड़ी पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ थे। जबकि नीतीश कुमार ने अपने नए कानून में ताड़ी को देशी शऱाब करार दिया था। ऐसे में ताड़ी पीना ही नहीं बल्कि पेड़ से ताड़ी निकालना और पेड़ में छेद करना तक अपराध हो गया था। इसके लिए 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा तय की गई थी।
महागठबंधन की बैठक में लालूयादव ने सरकार से ताड़ी फ्री करने को कहा था। उनका कहना है कि ताड़ी प्राकृतिक जूस है. इसके सेवन से फायदा तो होता ही है, पिछड़े समाज के लोगों के रोजी-रोटी का जरिया भी है।
आपको यह भी बताते चलें कि लालू यादव ही वह व्यक्ति है, जिन्होंने अपने पहले मुख्यमंत्रित्व काल में ताड़ के पेड़ो से वर्षों से लगने वाले टैक्स को समाप्त किया था।