लखनऊ : समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच अखिलेश यादव की रथ यात्रा के मौके पर चाचा-भतीजा के बीच की कडवाहट दूर होती नजर आई. रथयात्रा शुरू करने के दौरान अखिलेश, मुलायम और शिवपाल एक मंच पर दिखे. शिवपाल ने मंच से अखिलेश को शुभकामनाएं भी दीं. इसके साथ ही मुलायम सिंह ने अखिलेश के रथ को हरी झंडी दे दी.
मंच पर पहुंचे शिवपाल ने सबसे पहले भाषण शुरू किया. इस दौरान शिवपान ने रथ यात्रा के लिए अखिलेश को शुभकामनाएं भी दीं. शिवपाल यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 5 नवंबर को होने वाले पार्टी के स्थापना दिवस समारोह को भी सफल बनाने का आग्रह भी किया. शिवपाल ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि 2017 में प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बने.
मंच पर सबसे पहले अखिलेश पहुंचे. उन्होंने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. इसके बाद वह कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए खड़े हुए. अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में कई बार रथ चले हैं. मुझे खुशी है कि उत्तर प्रदेश में मुझे तीसरी बार रथ चलाने का मौका मिल रहा है.
अखिलेश ने कहा कि रथ लेकर हमारा उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच जाने का है. ताकि दोबारा प्रदेश में सपा की सरकार बन सके. उन्होंने कहा कि हमने घोषणा पत्र में किए सभी वादे पूरे किए. एक भी नहीं छूटा. अखिलेश यादव ने सपा के स्थापना दिवस के अवसर पर 5 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम को भी सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से अपील की.
इस दौरान मुलायम सिंह यादव ने मंच से अपने भाषण की शुरूआत भारतीय सेना की तारीफ से की. मुलायम ने कहा कि भारत के जैसी सेना किसी देश के पास नहीं है. देश की रक्षा करते हुए हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं. अपने उनकी सहादत नहीं भूलनी चाहिए. हालांकि मुलायम ने कहा कि हम पाकिस्तान से युद्ध नहीं चाहते हैं. इस दौरान मुलायम ने जब वह रक्षा मंत्री थे उस अनुभव को भी लोगों से साझा किया.
हालांकि लखनऊ की सड़कों पर जगह जगह अखिलेश की रथ यात्रा के जो पोस्टर लगे हुए हैं उसमे कहीं भी चाचा शिवपाल की तस्वीर नहीं है. वहीं जिस मर्सीडीज बस को रथ की शक्ल दी गई है उस पर अखिलेश के अलावा पिता मुलायम की तस्वीर तो है लेकिन वहां भी शिवपाल कहीं नजर नहीं आ रहे हैं.