बांदा : उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले के पहाड़ी थाना के सालिकपुर गांव में मंगलवार रात एक रेप पीड़िता ने पुलिस द्वारा मुकदमा न लिखे जाने से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने उसकी मौत के बाद मुकदमा दर्ज किया है.
मृतका के पति रामशरण ने बुधवार को फोन पर बताया कि वह “घटना के दिन ही पत्नी के साथ थाने गया था. लेकिन, तहरीर लेकर पुलिस ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात कही. इसी से क्षुब्ध होकर पत्नी ने आत्महत्या कर ली.”
पुलिस अधीक्षक (चित्रकूट) केशव कुमार चौधरी ने बुधवार को कहा कि रामशरण की तहरीर पर आरोपी मतगंजन के खिलाफ रेप की धारा-376 और आत्महत्या के लिए मजबूर करने की धारा-306 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. थानाध्यक्ष (पहाड़ी) रामेन्द्र तिवारी का कहना है कि दुष्कर्म की तहरीर मिली थी, लेकिन दोनों पक्ष आपसी सुलह-समझौते पर जुटे हुए थे.
सूत्रों के अनुसार, सालिकपुर गांव की 32 साल की महिला के साथ एक अक्टूबर को गांव के ही मतगंजन ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया था. पीड़िता की शिकायत के बाद भी पहाड़ी पुलिस टालमटोल करती रही. प्राथमिकी न दर्ज होने से परेशान होकर पीड़िता ने अंतत: मंगलवार रात अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पीड़िता की मौत की सूचना पर पुलिस ने आनन-फानन में उसके पति को थाने बुलाकर आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए बाध्य करने का अभियोग दर्ज किया है.