नई दिल्ली : असम के कोकराझार में पांच अगस्त को उग्रवादी हमले की गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि हमले के सभी पहलुओं की जांच पड़ताल की जा रही है. सुरक्षा बलों को निर्देश दिये गए हैं कि वे इस घटना में शामिल उग्रवादियों को जल्द ढूंढ निकाले ताकि उन्हें कड़ी सजा दी जा सके.
कोकराझार में आतंकी हमले पर लोकसभा में अपने बयान में गृह मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने इस हमले के खिलाफ तीव्र कार्रवाई की. हमले में घायल व्यक्तियों को सबसे अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है. राजनाथ ने कहा कि हमले में मृत लोगों के निकट संबंधियों को पांच-पांच लाख रूपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रूपये और सामान्य रूप से घायलों को 20.20 हजार रूपये प्रदान किये गए हैं.
उन्होंने कहा कि मैंने असम सरकार और सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि वे इस उग्रवादी घटना में शामिल उग्रवादियों को जल्द से जल्द ढूंढ निकालने और उनको इस घोर अपराध के लिए कड़ी से कड़ी सजा प्रदान करने में मदद करें. गृह मंत्री ने कहा कि इस हमले के संदर्भ में एक आपराधिक मामला कोकराझार पुलिस थाने में दर्ज किया गया है और हमले के सभी पहलुओं की जांच पड़ताल की जा रही है.
राजनाथ ने बताया कि पांच अगस्त 2016 को उग्रवादियों ने कोकराझर के बालाजान तिनाली के साप्हाहिक बाजार पर हमला किया. सुबह साढ़े ग्यारह बजे उग्रवादी सेना की वर्दी में आए और साप्ताहिक बाजार में एकत्र लोगों पर हमला बोल दिया. राजनाथ सिंह ने बताया कि उग्रवादियों ने पहले कुछ घरों एवं दुकानों में आग लगा दी जिससे इलाके में आग फैल गई और इसके बाद अंधाधुंध गोली चलाकर लोगों को मारा.
उन्होंने बताया कि इस हमने में 14 लोग मारे गए जिसमें 8 बोडो, एक महिला व एक बालक शामिल है. 19 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिनका इलाज जिले एवं प्रांत की राजधानी के अस्पतालों में चल रहा है. स्थानीय पुलिस एवं सुरक्षा बलों ने बिना समय गंवाये हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की और एक उग्रवादी को मार गिराया जिनकी अभी पहचान नहीं हो पायी है.
गृह मंत्री ने बताया कि मृत उग्रवादी के पास से एक ए के 56 राइफल, दो मैगजीन, एक हथगोला एवं इलेक्ट्रानिक साज सामान मिले हैं. हमले में शामिल उग्रवादियों की संख्या और उग्रवादी संगठन की अभी पहचान होनी बाकी है. राजनाथ ने कहा कि मैं इस उग्रवादी हमले की कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं जिसमें निर्दोष लोग मारे गए हैं, साथ ही मृत व्यक्तियों के परिवारजनों के प्रति इस दुख की घड़ी में अपनी संवेदना प्रकट करता हूं. ईश्वर से प्रार्थना है कि इस संकट की घड़ी में वह इनका साथ दें और इस दुख को सहने की शक्ति दें.