नई दिल्ली : कश्मीर घाटी के हालात को लेकर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कल सुरक्षाबलों को निर्देश दिया है कि युवाओं को भड़काने वालों को छोड़ना नहीं है. सख्ती से पेश आना है. सुरक्षाबलों को सात दिन में हालात सामान्य करने के लिए भी कहा है.
कल गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एनएसए अजीत डोभाल और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में सख्ती के निर्देश दिए. सरकार तक ये खबर भी है कि बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद दक्षिण कश्मीर के 80 लड़के गायब हैं. शक हैं कि वो आतंकी ग्रुप के साथ जा मिले हैं.
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों को कश्मीर घाटी में हिंसा के लिए उकसाने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए और उन पर मामला दर्ज करना चाहिए क्योंकि वे पिछले 65 दिनों से सामान्य जनजीवन बाधित कर रहे हैं .
सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर सामान्य स्थिति बहाल की जानी चाहिए और स्कूल एवं शैक्षणिक संस्थाओं को काम करने देना चाहिए क्योंकि लंबे समय से चल रहे इस संकट में सबसे ज्यादा नुकसान छात्रों का ही हुआ है .
गृह मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि दुकानें और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को फिर से खुलवाने की कोशिश की जानी चाहिए .
राजनाथ ने जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात की समीक्षा की . आज कश्मीर में हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और तीन आतंकवादियों को भी मार गिराया गया. अधिकारियों ने राजनाथ को कश्मीर घाटी के मौजूदा हालात से अवगत कराया .
उधर कश्मीर घाटी में रविवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं. रविवार को पुलवामा, बड़गाम, श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन हुए जिसमें दो लोग मारे गए हैं, मरने वालों की संख्या 80 हो गई है.
पुलवामा में सेना ने फ्लैग मार्च किया. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों में पुलवामा में झड़प भी हुई. लोगों का आरोप है कि सुरक्षाबलों ने 120 लोगों को जख्मी किया है. श्रीनगर के पांच थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है. कश्मीर घाटी में अलगाववादियों ने आज एक दिवसीय आजादी सम्मेलन आयोजित करने का एलान किया है. आज हड़ताल का 66वां दिन है.