जयपुर : अक्सर ये मामले सामने आते रहते हैं कि जनता जिसे अपना रहनुमा बनाकर सदन में भेजने का काम करते है, उनके बेटे सत्ता के नशे में अपनी महँगी गाडियों से उन्हें कुचल देते हैं. इसी साल मई के महीने में बिहार के गया जिले में जद यू से निष्कासित विधायक मनोरमा देवी के बेटे पर रोड रेज का मामला दर्ज हुआ है। अब ऐसा ही एक और मामला जयपुर में देखने को मिला है जहां सीकर के निर्दलीय विधायक नंद किशोर महरिया की बीएमडब्ल्यू कार से टक्कर के बाद छह लोगों को कुचल दिया है जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है। यह मामला शुक्रवार रात दो बजे का है और बताया जा रहा है कि दुर्घटना के वक्त महरिया की कार बेटा सिद्धार्थ चला रहा था। इस दुर्घटना में घायल एक पुलिसवाले ने कहा कि वह 100 किमो प्रति घंटे की रफ्तार से ड्राइव कर रहा था। घायल पुलिसकर्मी ने यह भी कहा कि लग रहा था कि 20 साल के सिद्धार्थ ने शराब पी रखी थी और इसकी पुष्टिकरण के लिए उसके ब्लड सैंपल को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। हालांकि सिद्धार्थ ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा कि कार वो नहीं बल्कि उनका ड्राइवर चला रहा था।
आरोपी सिद्धार्थ यह भी कहा कि हम लोग आइसक्रीम खाने गए हुए थे। बारिश तेज़ हो रही थी और हम वापिस आने लगे। तभी रास्ते में एक ऑटोरिक्शा सामने आ गया जिसमें लाइट्स नहीं थी। ड्रायवर ने उसको बचाने के लिए कार को मोड़ा लेकिन गाड़ी का राइड साइड ऑटो को लग गया और वह पलट गया। इसके बाद गाड़ी पीसीआर वैन से जा टकराई।
लेकिन क्षत विक्षत हालत में BMW के चेसिस और खोले गए चारों एयरबैग्स महरिया के दावे पर प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं। इस पर महरिया का कहना है कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उसका ड्राइवर ब्रेक और एक्सिलेरेटर को लेकर घबरा गया। मौके पर पीसीआर वैन में मौजूद पुलिसवालों का कहना है कि हादसे के वक्त नेता का बेटा ही गाड़ी चला रहा था।
सिद्धार्थ ने कहा कि मैं और मेरा परिवार पीड़ित परिवारों की हर तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं। हमारा ब्लड टेस्ट भी हुआ है, किसी ने भी शराब नहीं पी थी और डॉक्टरों ने रिपोर्ट भी तैयार की है। फिलहाल सिद्धार्थ पुलिस की हिरासत में है।