नई दिल्ली :राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जन्माष्टमी के पावन अवसर की पूर्व संध्या पर भारत और विदेशों में रहने वाले सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं में जन कल्याण और सदाचार का संदेश शामिल है। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने ‘निष्काम कर्म’ की अवधारणा का प्रचार किया और लोगों को ‘धर्म’ के मार्ग के माध्यम से परम सत्य की प्राप्ति के बारे में बताया। राष्ट्रपति ने कहा कि यह त्योहार लोगों को मन, वचन और कर्म में सद्गुण के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण के जन्म के अवसर पर मनाया जाने वाला पर्व जन्माष्टमी भक्तों के लिए विशेष अध्यात्मिक महत्व रखता है। यह अधर्म पर धर्म की विजय पर हमारे विश्वास को और सुदृढ़ करता है। उप-राष्ट्रपति ने कहा कि श्री कृष्ण दिव्य प्रेम, परम सौंदर्य तथा शाश्वत सुख के प्रतीक हैं। उनके द्वारा भगवद गीता में दी गई कालातीत शिक्षाएं मानवता के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत रही हैं। उप-राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि यह जन्माष्टमी सभी के जीवन में शांति, सद्भाव और खुशी लेकर आएगी।