ताशकंद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के वर्चस्व वाले छह देशों के संगठन शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक सम्मेलन में गुरुवार को शिरकत करेंगे। सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष के लिए सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के तौर तरीकों पर बातचीत केंद्रित रहने की संभावना है।
भारत और पाकिस्तान इस संगठन के पूर्ण सदस्य बनाये जाने वाले है जो मुख्यत: सुरक्षा और रक्षा से जुड़े मुद्दों को देखता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उज्बेकिस्तान की राजधानी में एससीओ के इस दो दिवसीय 16 वें सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व वहां के राष्ट्रपति ममनून हुसैन करेंगे।
सम्मेलन के मौके पर मोदी शी से द्विपक्षीय भेंटवार्ता होने की संभावना है। इस भेंटवार्ता में मोदी परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता हासिल करने की कोशिश के प्रति चीन के समर्थन की मांग कर सकते है।
गुरुवार को सोल में एनएसजी का दो दिवसीय वाषिर्क पूर्ण सत्र शुरू होगा जिसके दौरान सदस्यता संबंधी भारत के आवेदन पर चर्चा हो सकती है। एससीओ सम्मेलन में नेता सुरक्षा सहयोग और खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान बढ़ाने के तौर तरीकों पर विचार कर सकते हैं। इस संगठन की सदस्यता मिलने से भारत को सुरक्षा एवं रक्षा से जुड़े मुद्दों में अपनी राय पुरजोर तरीके से रखने में मदद मिलेगी।