नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उरी में हुए घातक आतंकवादी हमले पर शीर्ष मंत्रियों एवं अन्य अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक की सोमवार को अध्यक्षता की। गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर, वित्त मंत्री अरुण जेटली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सैन्य प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया। बैठक के दौरान इस हमले से निपटने के विकल्पों और सभी रणनीति पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे पाकिस्ता्न पर भारत अब शिकंजा कसने की तैयारी में है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उरी में ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को कश्मीर घाटी में मौजूदा जमीनी हालात की जानकारी दी। इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए हैं। सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है कि केंद्र सरकार सही समय पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकता है। वहीं, पीएम मोदी ने पाकिस्तान को हर मंच पर अलग-थलग करने का निर्देश दिया भी दिया है।
इससे पहले, आज सुबह उरी में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, खासकर उसके सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर और देश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने सोमवार को एक उच्चएस्तारीय बैठक की। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, सैन्य प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग, गृह मंत्रालय एवं रक्षा मंत्रालय और अर्धसैन्य बलों के शीर्ष अधिकारियों और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने कश्मीर घाटी और नियंत्रण रेखा की हालिया स्थिति पर आयोजित इस बैठक में हालात की जानकारी दी। कश्मीर में उरी स्थित सेना के बटालियन और सैन्यी शिविर पर आतंकी हमले के बाद मौजूदा हालात में भारत की ओर से की जाने वाली कार्रवाई के विकल्पों की संभावना तेज हो गईं हैं।
पार्रिकर और जनरल सुहाग ने उरी के आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में कल कश्मीर का दौरा किया था। हथियारों से लैस आतंकियों ने कल सेना के उरी स्थित बेस पर हमला किया था। संदेह है कि ये आतंकवादी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। भारत ने जम्मू-कश्मीर में सेना पर हुए हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हम उरी में किए गए इस कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। मैं देश को यकीन दिलाता हूं कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
दिल्ली में कल आपात बैठक बुलाने वाले गृहमंत्री ने सीधे पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा था कि वह एक ‘आतंकी देश’ है और उसे अलग-थलग कर दिया जाना चाहिए। वहीं भाजपा नेता राम माधव ने कहा कि रणनीतिक संयम के दिन चले गए हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इस हमले के बाद की नीति ‘एक दांत के बदले, पूरा जबड़ा’ की होनी चाहिए।