डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है। अब अगली मन की बात 2021 में होगी। उन्होने कहा कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है। इस नई सामर्थ्य का नाम आत्मनिर्भरता है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने देश में आशा का एक अद्भुत प्रवाह भी देखा है। चुनौतियां खूब आई, संकट भी अनेक आए। कोरोना के कारण दुनिया में सप्लाई चेन को लेकर अनेक बाधाएं भी आई, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक लिए हैं। कोरोना के कारण, आपूर्ति श्रृंखला दुनिया भर में बाधित हो गई, लेकिन हमने प्रत्येक संकट से नए सबक सीखे। राष्ट्र ने नई क्षमताओं को भी विकसित किया है। इस क्षमता को हम आत्मनिर्भरता कह सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में तेंदुओं की संख्या में, 2014 से 2018 के बीच, 60 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। देश के अधिकतर राज्यों में, विशेषकर मध्य भारत में, तेंदुओं की संख्या बढ़ी है। तेंदुए की सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में, मध्यप्रदेश, कर्नाटका और महाराष्ट्र सबसे ऊपर हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है।
साथियों हमें वोकल फॉर लोकल की भावना को बनाये रखना है, बचाए रखना है और बढ़ाते रहना है। आप हर साल न्यू ईयर रेजोल्यूशन लेते हैं, इस बार एक रेजोल्यूशन अपने देश के लिए भी जरुर लेना है।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक महीने से किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच सरकार ने किसानों से फिर बातचीत की पेशकश की, जिसे आंदोलनकारी किसानों ने स्वीकार कर लिया है। इसके लिए 29 दिसंबर को सुबह 11 बजे का वक्त तय किया गया है। वहीं, कुछ किसान संगठनों ने ताली और थाली बजाकर पीएम मोदी के कार्यक्रम का विरोध जताने की बात कही है।
मन की बात के 71वें संस्करण में पीएम मोदी ने नए कृषि कानूनों के फायदे गिनाए थे। उन्होंने कृषि कानूों में किए गए बदलावों को किसानों के लिए नई संभावनाओं के दरवाजे खोलने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि कम समय में ही किसानों को इसका लाभ मिलने लगा है। इशके लिए पीएम ने किसानों को अफवाहों से बचने और जागरूकता फैलाने की अपील की थी।