डेस्क : कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का उद्घाटन समारोह शुरू हो चुका है। कार्यक्रम का आयोजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाइप लाइऩ का उद्घाटन किया। यह आयोजन ‘वन नेशन वन गैस ग्रिड’ के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पीएम मोदी ने कहा कि एक भविष्यवादी परियोजना है जो लोगों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा।
उन्होंने कहा कि जब पापइपलाइन काम करना शुरू करेगी तो करोड़ों रुपयों का विदेश खर्च बचेगा। भारत के विकास को लेकर जितना काम अभी हो रहा है उतना कभी नहीं हुआ। हम भाग्यशाली हैं कि हम विकास के इस दौर का हिस्सा हैं। यह पाइपलाइन जिन जिलों से गुजरेगी वहां व्यवसायिक और औद्योगिक इकाइयों को प्राकृतिक गैस की सुविधा मिलेगी। साथ ही स्वच्छ ईंधन के उपभोग से वायु प्रदूषण कम होगा, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके अलावा 12 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है।
प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक गैस पाइप लाइन के 10 फायदे गिनाते हुए कहा, दोनों राज्यों के लाखों लोगों की ईज ऑफ लिविंग बढ़ेगी, यहां के गरीब, मध्यमवर्ग का खर्च कम होगा। ये अनेक शहरों में गैस सिस्टम का माध्यम बनेगी। चौथा सीएनजी आधारित सिस्टम का आधार बनेगा, मंगलुरु केमिकल को ऊर्जा देकर खाद बनाने में सहायता मिलेगी। मंगलुरु रिफाइनरी को स्वच्छ ईंधन देगी।
सातवां फायदा दोनों राज्यों में प्रदूषण कम होगा। आठवां लाभ जितना कार्बन इमीशन इससे कम होगा उतना लाखों पेड़ लगाकर ही मिल सकता है। नौवीं बात पर्यावरण बेहतर होने से लोगों की सेहत अच्छी रहेगी और बीमारी पर होने वाला खर्च कम होगा। 10वां फायदा जब प्रदूषण कम होगा तो टूरिस्ट ज्यादा आएंगे।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, राज्यपाल वजुभाई वाला, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के अलावा केंद्रीय व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उपस्थित हैं। पीएम मोदी ने सबका स्वागत कर अपना संबोधन शुरू किया।
पीएमओ से मिली जानकारी के अनुसार यह 450 लंबी पाइपलाइन गेल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा बनाई गई है। इसकी हर दिन 10 लाख 20 हजार मीट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर परिवहन की क्षमता है। यह तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) रेगुलेशन टर्मिनल से प्राकृतिक गैस ले जाएगी। यह पाइपलाइन कोच्चि से एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों से होते हुए मंगलुरु तक जाएगी।