डेस्क : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के शताब्दी समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एएमयू के तमाम विभागों की बिल्डिंग को सजाया गया है। ये बिल्डिंग ही नहीं, इनसे शिक्षा का इतिहास जुड़ा है। यह भारत की अमूल्य धरोहर है। यहां से तालीम लेकर निकले तमाम लोग दुनिया के सैंकड़ों देशों में छाए हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरी इच्छा है क्यों न सभी हॉस्टल अलग रिसर्च पर काम करें। सौ हॉस्टल एक साथ रिसर्च करें। तकनीकी माध्यम से पूरी दुनिया के सामने। तमाम तरह पांडुलिपि को सामने लाएं। लोकल फॉर वोकल को सफल बनाने के लिए बहुत काम होना है। एएमयू इस पर सुझाव दे। भारत को कैसे आत्मनिर्भर बनाए।
सौ साल की यात्रा ऐतिहासिक यात्रा है। जिसम आज सफलता के रूप में हम स्वीकार कर रहे हैं। 1964 में एएमयू के दीक्षा समारोह में पीएम लाल बहादुर शास्त्री जी ने कहा था देश की बफादारी सभी से ऊपर होती है। जेएनयू में पीएम मोदी ने कहा था नेशनल फस्र्ट होना चाहिए। एएमयू ने सामाजिक व शैक्षणिक योगदान दिया है।
एएमयू कुलपति ने कहा यह मौका हमारे लिए ऐतिहासिक है। शताब्दी समारोह का आयोजन पूरी यूनिवर्सिटी बिरादरी के लिए गर्व की बात है। मॉडर्न एजुकेशन का काम करना चाहते हैं। एएमयू के पूर्व छात्र यूनिवर्सिटी के विकास में अहम रोल अदा कर सकते हैं। हमारा एलुमनाई नेटवर्क बहुत ही यूनिक है। करीब साढ़े पांच दशक बाद यह पहला मौका है, जब देश का कोई प्रधानमंत्री एएमयू के कार्यक्रम में शिरकत करेगा।
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इससे पहले 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था। इससे पहले 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री एएमयू के दीक्षा समारोह में शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री से पहले मानव संसाधन मंत्री रमेश निशंक संबोधित करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी एएमयू पर पोस्टल स्टांप जारी करेंगे।