चंडीगढ़ : अगले साल यूपी और पंजाब में चुनाव होने हैं. इसको लेकर अभी से ही सियासी तापमान बढ़ चुकी है . चुनाव को लेकर जहाँ एक ओर पंजाब में आम आदमी पार्टी को लेकर प्रतिदिन कोई न कोई विवाद सामने आ रहे हैं वहीं कांग्रेस के अंदर भी घमासान मचा हुआ है. अपने ही नेताओं के सामने कांग्रेसी नाटकीय घटनाओं के अंजाम दे रहे हैं.
पंजाब में चुनाव से पहले कांग्रेस के अंदर भी सबकुछ ठीक नहीं है. इसका एक सबूत कल चंडीगढ़ में देखने को मिला. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में बैठक चल रही थी. बैठक में कांग्रेस के नेता चरनजीत चन्नी दलितों के मुद्दे पर बोल रहे थे तभी हंसराज हंस गरमा गए.
हंस ने पहले माइक छीनकर गुस्सा जताया उसके बाद मंच से ही कूद गए. हंसराज हंस का कहना था कि वो जिस समाज से आते हैं उसको कभी सम्मान नहीं मिला. इसके बाद चंडीगढ़ में कांग्रेस नेता आपस में ही भिड़ गए. कांग्रेस की एससी सेल की मीटिंग में यह ज़ोरदार हंगामा हुआ.
सीएलपी लीड़र चरनजीत चन्नी और कांग्रेस नेता हंसराज हंस दलितों के मु्देद पर भिड़ गए. कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह भी वहीं मौजूद थे. चरनजीत चन्नी स्टेज पर दलितों के मु्द्दे पर बोल रहे थे. उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि हंसराज हंस ऐसी हरकत कर देंगे. जैसे ही हंस ने माइक छीना, सभी सन्न रह गए.
घटना के बाद दोनों के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया. समाधान और रणनीति तय करने के लिए चल रही बैठक बवाल में बदल गई. वरिष्ठ नेताओं ने इस घटना पर काफी चिंता जताई है. अब देखना यह है कि कांग्रेस इस गुटबाजी पर काबू पाकर किस प्रकार पंजाब चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करती है.