मुम्बई (आईएएनएस)| बिहार के लोगों के लिए खेलों से संबंधित एक खुशखबरी यह है कि प्रो कबड्डी लीग का आयोजन एक बार फिर से पटना में होगा। वीवो प्रो कबड्डी लीग सीजन-5 में मौजूदा चैम्पियन पटना पाइरेट्स को अपने घरेलू मैच रांची में खेलने हैं। आयोजकों का कहना है कि इस साल बदलाव के तौर पर रांची को मेजबान बनाया गया है लेकिन अगले साल फिर से पटना अपनी टीम के मैचों की मेजबानी करेगा।
लीग के बीते चार सीजन में पटना के पटलीपुत्र स्पोर्ट्स काम्लेक्स स्थित इंडोर स्टेडियम में कबड्डी मैच कराए गए। यह स्टेडियम क्षमता में थोड़ा छोटा है। पटना में कबड्डी का गजब का क्रेज है और पटनावासी अपनी टीम को लेकर खासे दीवाने हैं। 2500 की क्षमता हालांकि कई मायनो में प्रशंसकों के लिए निराशा का कारण बनती है।
प्रो कबड्डी लीग कमिश्नर अनुपम गोस्वामी ने यहं आयोजित मीडिया फोरम के दौरान पटना को इस साल मेजबानों की सूची से हटाए जाने के सम्बंध में आईएएनएस द्वारा पूछे गए सवाल पर कहा, “लीग में यह होता है। आप देखिए कि बाकी की लीग्स में यह हो रहा है। हमने प्रयोग के तौर पर इस साल रांची को मेजबान बनाया है। अगले साल पटना फिर से मेजबान की सूची में होगा। हो सकता है कि हम पटना पाइरेट्स के मैच रांची और पटना दोनों जगह कराएं।”
पटना पाइरेट्स ने लगातार दो बार-सीजन 3 और सीजन 4 में खिताबी जीत हासिल की है और यह लगातार दो बार खिताब जीतने वाली पहली टीम है। अपनी टीम को लेकर भावनात्मक लगाव रखने वाले पटना के लोग मेजबान के तौर पर अपने शहर को अलग किए जाने से निराश थे। हालांकि अगले साल मेजबान के तौर पर वापसी को लेकर उन्हें राहत मिलेगी।
तो फिर रांची को मेजबान बनाए जाने के पीछे मुख्य कारण क्या था? इसके जवाब में गोस्वामी ने कहा, “रांची भौगोलिक रूप से काफी हद तक पटना जैसा ही है। हम नए क्षेत्रों की तलाश में हैं। हमारी कोशिश कबड्डी को हर जगह पहुंचाना है और इसी क्रम में इस साल रांची को मेजबानी दी गई है। रांची का स्टेडियम 4500 क्षमता है और पटना के स्टेडियम से बेहतर है। और फिर हमने पटना पाइरेट्स का नाम नहीं बदला है। अगर वह खिताब जीतती है तो पटना पाइरेट्स के नाम से ही जीतेगी और पटना का नाम हमेशा उसके साथ जुड़ा रहेगा।”
वीवो प्रो कबड्डी लीग की शुरुआत 28 जुलाई से होगी। इस साल इस लीग में कुल 12 टीमें खेल रही हैं। चार नई टीमें इसमें शामिल की गई हैं। इस साल लीग लगभग तीन महीने चलेगी और इसमें 130 से अधिक मैच खेले जाने हैं। पहली बार लीग में शामिल चेन्नई को इस साल फाइनल की मेजबानी दी गई है। साथ ही साथ लीग के फारमेट में बदलाव करते हुए इसे रोचक बनाने का प्रयास किया गया है। लीग का पहला मैच 28 जुलाई को तेलुगू टाइटंस और तमिल थालाइवाज के बीच खेला जाना है।