डेस्क : देश भर में आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जा रही है। आज के दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की 145वीं जयंती पर देशहित का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पुलवामा जैसी घटना में भी लोगों ने राजनीतिक स्वार्थ ढूंढने का प्रयास किया।
पीएम ने कहा कि पड़ोसी देश से पिछले दिनों जो खबरें आईं और जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है। उसने असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति है।
उन्होंने कहा कि देश यह कभी नहीं भूल सकता कि पुलवामा हमले के दौरान कुछ लोग सुरक्षाकर्मियों के बलिदान पर दुखी नहीं थे। ये लोग उस समय केवल राजनीति कर रहे थे। मैं उनसे राष्ट्र के हित में ऐसी राजनीति नहीं करने का अनुरोध करता हूं।
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पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया के सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। साथ ही कहा कि कश्मीर से धारा 370 हटाने से कश्मीर अब विकास की राह पर है। सरदार पटेल को याद करते हुए मोदी ने कहा कि अगर सरदार पटेल होते तो धारा 370 पहले ही खत्म हो गई होती।
इसके अलावा एकता दिवस पर पीएम मोदी ने कोरोना महामारी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना महामारी का मजबूती से सामना किया। जिस तरह से देश ने कोरोना काल के दौरान अपनी सामूहिक क्षमता साबित की है, वह अभूतपूर्व है।
पीएम मोदी ने सरदार पटेल की जयंती पर ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के अग्रदूत लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि।