वडोदरा : मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि घाटी में अशांति को देखते हुए कश्मीरी अलगाववादियों की सुरक्षा कम करने और उनकी विभिन्न सुविधाओं को खत्म करने की जरुरत है । खबरों के रक्षामंत्री ने कहा कि इस तरह की सुविधाएं काफी पहले खत्म हो जानी चाहिए थी।
यहां एक समारोह में शिरकत करने के बाद उन्होंने कहा कि कश्मीरी अलगाववादियों को दी जा रही सुविधाएं काफी पहले वापस ले ली जानी चाहिए थी। रक्षा मंत्री एफजीआई एक्सेलेंस अवार्ड्स प्रदान करने और नगर के डांडिया बाजार इलाके में सिद्धिविनायक मंदिर की तरफ से आयोजित समारोह में शिरकत करने आए थे। यहां आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सोने से बने जनेउ को भगवान को अर्पित किया।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अलगाववादियों को इस तरह की सुविधाएं देने को लेकर चिंता है। मैं इस तरह की सुविधाएं वापस लेने का पक्षधर हूं। उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब केंद्र ने अलगाववादियों के प्रति अपना रूख कड़ा कर लिया है। हाल में जम्मू-कश्मीर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसदों को अलगाववादियों द्वारा नजरअंदाज करने के बाद केंद्र ने यह रूख अपनाया है।
अलगाववादियों द्वारा सांसदों के प्रति उदासीनता से क्षुब्ध सरकार उनके पासपोर्ट वापस लेकर विदेशों की यात्रा खत्म करने और कुछ मामलों में यात्रा दस्तावेज जारी नहीं करने पर विचार कर रही है। इसके अलावा उनकी सुरक्षा भी कम करने पर विचार हो रहा है।