नई दिल्ली : गुजरात में गोरक्षा के नाम पर दलित युवकों की पिटाई का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है. गुजरात और देश के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. आज इस मुद्दे को लेकर संसद में भी काफी हंगामा हुआ. शोर शराबे के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि दलितों पर हमले से हमें दुःख है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दुखी हैं.श्री सिंह ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया और कहा कि राज्य सरकार ने तेज़ कार्रवाई शुरू कर दी है.
आज जैसे ही संसद की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस, मायावती की बीएसपी और दूसरी पार्टियों ने इस मुद्दे पर जैसे ही जोर शोर से हंगामा शुरू कर दिया जिससे कार्यवाही बाधित हुई. इन पार्टियों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही पहले 10 मिनट के और फिर 12 बजे के लिए स्थिगत की गई.इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि दलितों की पिटाई का मुद्दा गुजरात में हो या देश के किसी हिस्से में, किसी पार्टी की भी सरकार हो. हम लोग यहां मदद करने को तैयार हैं. हमें इस तरह की घटनाओं पर रोक के लिए पुख्ता हल निकालना चाहिए. हमें मानसिकता बदलनी चाहिए. राजनाथ सिंह ने इस घटना के पीड़ितों को चार-चार लाख रुपये बतौर मुआवज़ा देने का एलान किया.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सुबह पार्टी सांसदों से मुलाकात के दौरान इस तरह की घटना को सामाजिक आतंकवाद करार दिया और कहा कि मौजूदा सरकार इसे बढ़ावा दे रही है. राज्यसभा में हंगामे के दौरान केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने बयान दिया और बार-बार कहा कि इस मामले में तुरंत कार्यवाही हुई है और जांच की जा रही है, लेकिन विपक्ष ने उनकी एक न सुनी और हंगामा जारी रहा.इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कल गुजरात का दौरा करने वाले हैं और शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल के जाने की खबरें है.
गौरतलब है कि गुजरात के गीर-सोमनाथ ज़िले में उना कस्बे में तथाकथित गौ सेवकों ने चार दलित युवकों की जमकर पिटाई की थी. ये युवक समढ़ियाला गांव से एक मरी हुई गाय का चमड़ा लेकर लौट रहे थे. उना बस स्टैंड के पास इन युवकों को गाड़ी से बांधा गया और फिर जमकर इनकी पिटाई की गई थी. पीटने वालों ने ख़ुद इनका वीडियो बनाया और इसे वायरल कर दिया था.दलितों की पिटाई के बाद से घटना के विरोध में सात लोगों ने आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी. इनमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई है. वहीं, राजकोट सहित कई जिलों में दलितों ने विरोध प्रदर्शन किए. प्रदर्शनकारियों ने राजकोट गोंडोल हाइवे पर दो राज्य परिवहन की बसों को आग लगा दी थी. आज कई दलित संगठनों ने गुजरात बंद का एलान किया. वहां वेरावल, राजकोट, सुरेंद्र नगर, गोंडल, अमरेली और जामनगर बुरी तरह प्रभावित हैं. अहमदाबाद में सोमवार को दलितों ने उग्र प्रदर्शन किए थे. मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने जांच के आदेश दिए है और चार पुलिस कर्मचारियों को निलंबित भी कर दिया गया है.