झांगड़ (एलओसी) : सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 200 से अधिक भारी हथियारबंद आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं, लेकिन सैनिक उनके नापाक सोच को नाकाम करने के लिए पूरी तरह चाक-चौबंद हैं।
16 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल आरआर निंभोरकर ने कहा कि घुसपैठियों का सही-सही ब्योरा निश्चित रूप से नहीं दिया जा सकता, लेकिन उनकी गतिविधियों के हमारे अनुभव से और कई सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी से हम इस आंकड़े को 200 से अधिक मान सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि घुसपैठ के कई अड्डों पर आतंकवादियों का जमा होना कोई नई बात नहीं है और वे भारत की ओर घुसपैठ की कोशिश करते रहते हैं।
अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी इन अड्डों पर आते हैं, घुसपैठ की कोशिश करते हैं और मारे जाते हैं। कुछ सीमापार करने में सफल हो जाते हैं लेकिन सुरक्षा घेरे के दूसरे और तीसरे चरण में मारे जाते हैं। उन्होंने कहा कि सेना पूरी तरह तैयार है और आतंकवादियों की नापाक सोच को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बंदोबस्त चाक-चौबंद हैं। जीओसी ने कहा कि अनुभव के आधार पर हमारा सुरक्षा घेरा मजबूत है और गतिविधि को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 16 कोर के अधिकार क्षेत्र में आने वाले पीर पंजाल के दक्षिणी क्षेत्र के हालात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहा है।