• Latest
  • Trending
  • All
  • News
  • व्यापार
  • राजनीति
  • Science
  • दुनिया
  • Lifestyle
  • Tech

बिहार ने कई मांझी दिए, एक ‘मांझी द माउंटेन मैन’ और दूसरा जिसे आप नहीं जानते हैं तो पढ़िए

4 months ago
डिजाइनर स्वप्निल शिंदे ने अपनी ट्रांसजेंडर पहचान की उजागर, नाम रखा सैशा

डिजाइनर स्वप्निल शिंदे ने अपनी ट्रांसजेंडर पहचान की उजागर, नाम रखा सैशा

22 hours ago
टीचर्स नहीं हो सकते राजनीतिक पार्टी के सदस्य, नियोजित शिक्षक भी बनाए जाएंगे प्रधान अध्यापक

शिक्षा दिवस-दुनिया भर में आज तीसरा अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जा रहा है

23 hours ago
NDA गठबंधन तय करेगा कौन बनेगा मुख्यमंत्री, अभी शपथ ग्रहण की तारीख तय नहीं

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया को कहा एंटी-सोशल

23 hours ago

लालू यादव की बिगड़ती सेहत के बीच लोग कर रहे दुआ- पढ़िए लेख

24 hours ago
लालू यादव की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई टली, अगली तारीख 27 नवंबर

लालू यादव इलाज के लिए दिल्ली एम्स में होंगे भर्ती- पढ़िए पूरा लेख

2 days ago
परीक्षा को लेकर नोडल अधिकारी ने जारी किया आदेश

परीक्षा को लेकर नोडल अधिकारी ने जारी किया आदेश

2 days ago
मन की बात में बोले PM मोदी, देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है, जिसका नाम ‘आत्मनिर्भरता’

बिहार को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए राज्य सरकार का बड़ा निर्णय

2 days ago
लालू यादव की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई टली, अगली तारीख 27 नवंबर

लालू की तबीयत बिगड़ी- रिम्स पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री

3 days ago
बिहार चुनाव : नीतीश का 7 निश्चय पार्ट-2 का ऐलान- सक्षम बिहार स्वावलंबी बिहार

सोशल मीडिया पर संभंल कर लिखना होगा बिहार में क्योंकि अब….

3 days ago

IAF Group X & Y Recruitment 2021 में नौकरी की खबर आई है

3 days ago
  • About
  • Contact
  • Privacy & Policy
  • Terms & Conditions
  • Help
Monday, January 25, 2021
  • Login
  • Home
  • राजनीति
  • भारत
  • दुनिया
  • शिक्षा-रोजगार
    • नौकरी
    • छात्र-छात्राएं
    • स्कूल
    • विश्वविद्यालय
  • किस्से
    • गांव
    • अपना-पराया
    • घुमक्कड़ी
    • बाइस्कोप
    • खेल-खेल
    • हास्य-व्यंग
  • ट्रांस-कार्नर
  • अन्य
No Result
View All Result
rajpathnews
Advertisement
  • Home
  • राजनीति
  • भारत
  • दुनिया
  • शिक्षा-रोजगार
    • नौकरी
    • छात्र-छात्राएं
    • स्कूल
    • विश्वविद्यालय
  • किस्से
    • गांव
    • अपना-पराया
    • घुमक्कड़ी
    • बाइस्कोप
    • खेल-खेल
    • हास्य-व्यंग
  • ट्रांस-कार्नर
  • अन्य
No Result
View All Result
Rajpath News
No Result
View All Result
Home किस्से

बिहार ने कई मांझी दिए, एक ‘मांझी द माउंटेन मैन’ और दूसरा जिसे आप नहीं जानते हैं तो पढ़िए

by Rajpath News
14 September, 2020
in किस्से, गांव
0
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

फीचर डेस्क : बिहार में इच्छाशक्ति से ऊर्जावान मेहनतशील लोगों की कमी नहीं है। यह ऐसा प्रदेश है, जिसके जन-जन में एक अलौकिक ऊर्जा है जो सत्ता को भी झुकाने के काबिल है। आपने दसरथ मांझी के बारे में तो सुना ही होगा, वही जिन्हें माउंटेन मैन के नाम से भी जाना जाता था, जिन्होंने अकेले ही 25 फुट ऊंचे पहाड़ को काट कर 360 फुट लंबी 30 फुट चौड़ी सड़क बना डाली थी और इनपर बॉलीवुड में एक फिल्म भी बनी थी, मांझी द माउंटेन मैन।

वहीं अब बिहार के गया से ही यह दूसरा मामला सामने आया है, जो इस बात की पुष्टि करती है कि यदि व्यक्ति ठान ले तो वह अकेला भी बड़े से बड़ा काम कर सकता है। कुछ ऐसी ही कहानी गया जिले के कोठीलवा गांव के रहने वाले लौंगी मांझी की है। लौंगी मांझी के 20 साल के अकेले साहस ने अपने गांव के खेतों में सिंचाई हेतु पानी के लिए 5 किलोमीटर लंबी नहर खोद डाली है।

लौंगी मांझी ने जब सूखे की मार के कारण गांव के युवाओं को बाहर जाते देखा तो उन्हें पीड़ा हुई और उन्होंने यह काम करने की ठानी। दरअसल, जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर कोठीलवा गांव की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां सिंचाई के लिए बारिश का पानी रुक नहीं पाता है। यह गांव, घने जंगल और पहाड़ों से घिरा हुआ है। इसे माओवादियों की शरणस्थली के रूप में भी जाना जाता है। गया में लोगों के लिए आजीविका का मुख्य साधन खेती और पशुपालन ही है। बारिश के दौरान पहाड़ियों पर रुका हुआ सारा पानी नदी में चला जाता था, जिसका कोई सीधा लाभ गांव को नहीं मिल पाता था।

गांव के किसानों को सालों से सिंचाई के लिए पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता था, फिर क्या था लौंगी मांझी ने कुदाल थामकर इस समस्या को हमेशा के लिए खत्म करने की कसम खा ली। यह लौंगी मांझी के अथक परिश्रम का नतीजा ही है कि आज उनके गांव के पोखर में पानी पहुंच चुका है।

गांव के प्रधान विष्णुपत भोक्ता का कहना है कि अगस्त 2001 में लौंगी ने बागेठा सहवासी जंगल में स्थित एक प्राकृतिक जल स्रोत से गांव तक एक नहर खोदने का फैसला किया। ग्रामीण आमतौर पर अपने मवेशियों को पानी पिलाने के लिए वहीं ले जाते थे। लिहाजा लौंगी जानता था कि इसका पानी स्रोत ग्रामीणों के खेतों में सिंचाई करने के लिए पर्याप्त था, लेकिन गांव तक इसका पानी पहुंचाना बड़ी चुनौती थी।

लौंगी ने एक जमीनी सर्वेक्षण किया और नहर के लिए रास्ते को चिह्न्ति किया। 20 साल तक लगातार काम करने के बाद आखिरकार लौंगी ने चार फीट चौड़ी और तीन फीट गहरी नहर खोद ली। दशरथ मांझी की तरह ही ग्रामीणों ने उन्हें भी ‘पागल’ कहा, क्योंकि वह खुदाई के लिए पारंपरिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे थे। पर अब उसके अथक प्रयासों को देखते हुए जिला प्रशासन भी मदद के लिए आगे आया है और प्रशासन ने इसका नाम लौंगी नहर दिया है।

तो देखा आपलोगों ने बिहार के दसरथ मांझी और लौंगी मांझी ने एक पंक्ति को चरितार्थ किया, जो है- पहले लोग आप पर हसेंगे और सफलता आने पर आपकी ही नक़ल करेंगे।

Tags: किसानगयागांवबिहारमांझीराजनीति
ShareTweet

Rajpath News

Rajpath News

Copyright©rajpathnews.com

Navigate Site

  • About
  • Contact
  • Privacy & Policy
  • Terms & Conditions
  • Help

Follow Us

No Result
View All Result
  • Home
  • राजनीति
  • भारत
  • दुनिया
  • शिक्षा-रोजगार
    • नौकरी
    • छात्र-छात्राएं
    • स्कूल
    • विश्वविद्यालय
  • किस्से
    • गांव
    • अपना-पराया
    • घुमक्कड़ी
    • बाइस्कोप
    • खेल-खेल
    • हास्य-व्यंग
  • ट्रांस-कार्नर
  • अन्य

Copyright©rajpathnews.com

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms bellow to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In